बाड़मेर (अभय इंडिया न्यूज)। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे दो दिवसीय राजस्थान गौरव यात्रा पर शनिवार को बाड़मेर पहुंची। यहां उन्होंने आदर्श स्टेडियम में बाड़मेर एवं शिव विधानसभा की आयोजित सभा में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि चार आदमी किसी भी प्रदेश का विकास नहीं रोक सकते। वहीं उन्होंने कहा कि दिल्ली और अन्य जगह चिल्लाते हैं कि राजस्थान का विकास नहीं हो रहा है। पैसे नहीं हैं। ऐसे चिल्लाने से कुछ नहीं होगा। यहां आकर मेरी माता-बहनों से पूछो और देखो इन साढ़े चार सालों में राजस्थान को विकास की एक नई ऊँचाई तक ले के गए हैं।
उन्होंने कहा कि जब गहलोत यहां से गए थे तब प्रदेश को बीमारू और कर्जदार राज्य बनाकर गए थे आज हम कितने संपन्न हैं। वहीं उन्होंने कहा कि घोषणाओं से रिफाइनरी नहीं लगती है। कांग्रेस ने मात्र आनन-फानन में सोनिया गांधी से रिफाइनरी के लिए पत्थर लगाया था, जबकि नियमानुसार कागजी कार्रवाही कुछ भी नहीं की गई और बाड़मेर की जनता को 56 हजार करोड़ का घाटा देकर चपत लगाने की कोशिश की थी। परंतु हमारी सरकार ने ऐसा नहीं होने दिया। बाड़मेर की जनता के 40 हजार करोड़ रूपये बचाते हुए उनकी गाढ़ी कमाई को उनके विकास के लिए लगाई और हमने शिलान्यास करते ही रिफ ाइनरी का कार्य तीव्र गति से शुरू करवा दिया हैं।
उन्होंने कहा कि बंगलुरू, मध्य प्रदेश, उत्तरप्रदेश सहित अन्य राज्यों से जो इंजीनियर यहां काम करने आते थे, जिसके कारण हमारे युवाओं को रोजगार नहीं मिल पाता था परंतु अब उसका भी काम अब कर दिया गया हैं।
चामुण्डा माता के दर्शन किए
रानीवाड़ा। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शनिवार को सुन्धा पर्वत पर स्थित चामुण्डा सुन्धा माता के दर्शनकर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली व अमन-चैन की प्रार्थना की। मुख्यमंत्री शनिवार सुबह सुन्धा पर्वत की तलहटी पर बनाए गए हैलीपेड पर उतरी, जहां उनका विधायक नारायणसिंह देवल द्वारा भव्य स्वागत किया गया। उसके बाद शनिवार सुबह मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया हेलीकॉप्टर से सुंधा माता दर्शन के लिए पहुंची। हेलीकॉप्टर से सुंधा माता तलहटी पर उतरने के बाद रोपवे द्वारा सुंधा माता दरबार पहुंची। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी व रानीवाड़ा विधायक नारायणसिंह देवल के साथ मंदिर में पहुंचकर मन्दिर के पुजारी दिनेशचन्द्र श्रीमाली के सान्निध्य में सुंधा माता की पूजा अर्चनाकर जीत विजय की मन्नत मांगी।