







बीकानेर Abhayindia.com अभियांत्रिकी महाविद्यालय बीकानेर (ईसीबी) में अनियमित तरीके से शैक्षणिक कार्मिकों का बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय बीकानेर में आमेलन और प्रमोशन का लाभ देने के संबंध में मुख्य सचिव को पत्र भेजा गया है।
कॉलेज के कार्मिकों की ओर से हस्ताक्षरित पत्र में अवगत कराया गया है कि तकनीकी शिक्षा विभाग राजस्थान सरकार द्वारा 20 मई 2024 कों जारी आदेश के अंतर्गत बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय बीकानेर की तीन संघटक महाविद्यालयों (अभियांत्रिकी महाविद्यालय बीकानेर, अभियांत्रिकी महाविद्यालय अजमेर व महिला अभियांत्रिकी महाविद्यालय अजमेर) में कार्यरत शैक्षणिक कार्मिकों की सेवाओं को विश्वविद्यालय में आमेलन करने की समिति गठित की गई है। पत्र में आगे बताया गया है कि अभियांत्रिकी महाविद्यालय बीकानेर में वर्ष 2005 एवं 2006 में हुई शिक्षकों की भर्ती 03 वर्ष के संविदा आधार पर की गई थी। तीन वर्ष पूरे होने के बाद भी महाविद्यालय सोसायटी की बीओजी/प्रशासनिक विभाग द्वारा उक्त नियुक्तियों को Ratified नही किया गया है। इसके बावजूद महाविद्यालय प्रशासन द्वारा इन शैक्षणिक कार्मिकों को हटाना तो दूर इन सभी को आपसी मिलीभगत करते हुए बिना सक्षम स्वीकृति के इनकी सेवाओं को नियमित कर प्रमोशन आदि समस्त प्रकार के परिलाभ दिये जा रहे हैं। वर्तमान में भी राज्य सरकार के समक्ष गलत तथ्य प्रस्तुत कर इसी प्रकार प्रमोशन आदि का लाभ दिये जाने की कार्यवाही की जा रही है।
पत्र में बताया गया है कि वर्ष 2010 महाविद्यालय प्रशासन द्वारा पत्रावली में क्रमांक एफ1 (23)/स्थापना /ईसीबी /326/2010/681 दिनांक 06.02.2010 में इन कार्मिकों की सेवाओं को confirmation करने के लिए सरकार को भेजी गई थी, लेकिन राज्य सरकार द्वारा उक्त नियुक्तियों को संविदा पदों के विरुद्ध संविदा पर होने के कारण इनकी सेवाओं को confirmation नहीं किया गया। उक्त पत्रावली में भी महाविद्यालय द्वारा गलत तथ्य पेश करने की कोशिश की गई थी, लेकिन राज्य सरकार के जागरूक अधिकारियों द्वारा इसे होने नही दिया था। उक्त पत्रावली को महाविद्यालय प्रशासन द्वारा खुर्द-बुर्द कर दिया गया था। पत्र में बताया है कि इसके बाद महाविद्यालय ने नवीन पत्रावली संख्या एफ 1 (23)/स्थापना/ईसीबी /433/2015 दिनांक 25.07.2016 को महाविद्यालय में कार्यरत समस्त शिक्षकों की सेवाओं को confirmation करने के लिए महाविद्यालय सोसायटी की बीओजी के चैयरमैन एवं प्रेजिडेंट महाविद्यालय सोसायटी के समक्ष प्रस्तुत की गई थी, लेकिन प्रेजिडेंट महाविद्यालय सोसायटी द्वारा इस अनियमित कार्यो को देखते हुऐ उक्त कर दिया गया।
पत्रावली को अनुमोदित नही किया गया। उक्त पत्रावली को भी महाविद्यालय प्रशासन द्वारा खुर्द-बुर्द कर दिया गया। इसके बाद प्रशासन द्वारा पुनः समसख्यंक नवीन पत्रावली संख्या एफ1 (23)/ स्थापना/ ईसीबी/433/ 2015 दिनांक 25.07.2016 के द्वारा महाविद्यालय में कार्यरत समस्त शिक्षकों की सेवाओं को confirmation करने के लिए महाविद्यालय सोसायटी की बीओजी के चैयरमेन के समक्ष प्रस्तुत कर अनियमित तरीके से शिक्षकों को लाभ दिया गया, जिसमें भ्रष्टाचार की बू आ रही है।
पत्र में बताया है कि इससे पहले भी कई बार राज्य सरकार को इस प्रकरण से अवगत करवाया जा चुका है, वर्तमान में फिर ऐसा ही कुछ और शिक्षकों को लाभ देने की कार्यवाही महाविद्यालय प्रशासन एवं बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय बीकानेर प्रशासन द्वारा मिलिभगत करके करने जा रहे है। यह सारा मामला वित्त विभाग एवं प्रशासनिक विभाग को अवगत कराते हुए सम्पूर्ण मामले की जांच कर इस सुशासन वाली सरकार की छवि धूमिल करने वाले भ्रष्ट दोषी अधिकारियों व कार्मिकों के खिलाफ कार्यवाही की जाए।



