बीकानेर Abhayindia.com नीट व जेईई के प्रमुख संस्थान सिंथेसिस के विद्यार्थियों ने नीट यूजी 2024 के परिणाम में ऐतिहासिक रिजल्ट दिया है। अकादमिक निदेशक डॉ. श्वेत गोस्वामी के अनुसार संस्थान की छात्रा प्रांजली जैन ने बारहवीं के साथ 720 में से 715 अंक अर्जित कर आल इंडिया 124 रैंक हासिल की है। इनके पिता डॉ. सुनील कुमार जैन ब्लॉक सीएमएचओ कोलायत के पद पर कार्यरत है तथा माता डॉ. ज्योतिबाला है। इसी क्रम में तनुश्री बीठू ने 710 अंक के साथ आल इंडिया 636वीं रैंक प्राप्त की है, नोखा के रोहित बिश्नोई ने 706 अंक के साथ ऑल इण्डिया 819 रैंक, गौतम तंवर ने 705 अंक के साथ 931 रैंक और भूमिका बजाज ने 700 अंक प्राप्त कर ऑल इण्डिया 2259 रैंक प्राप्त की है।
डॉ. गोस्वामी के अनुसार, 5 मई 2024 को आयोजित इस परीक्षा में बीकानेर ने एक बार पुनः अपनी तैयारी का लोहा राजस्थान ही नहीं अपितु भारतवर्ष में मनवाया है। उन्होंने बताया कि इस बार संस्थान से 12वीं के साथ चयनित होने वाले टॉपर्स विद्यार्थियों में आशीष गाट, आर्या कस्वां, दिव्यांशी अग्रवाल, अर्पित कुलरिया, रुद्रा सुंगा, ईशान मारू, आर्यन, मयूख ओझा, शालिनी गोयल तथा खुशाल राज माहवर प्रमुख है।
अन्य उच्च रैंक प्राप्त करने वालों में हिमांशु शर्मा, अंकित कूकणा, कान्हा शर्मा, पायल भादू, पायल दैया, हितेश सिंह राजपुरोहित, मानसी चौधरी, अन्नपूर्णा शर्मा, मोहम्मद शयान, मोहम्मद अरीब, परवेज, नोखा की उपासना पूनिया, भूमिका सुथार, मोनिका कस्वां, अभिनन्दन बुच्चा, अर्जुन वशिष्ठ, कोमल चारण तथा इशिका अग्रवाल आदि है।
सिंथेसिस के निदेशक मैनेजमेंट मनोज बजाज के अनुसार सिंथेसिस से तैयारी कर नीट परीक्षा में बैठे विद्यार्थियों में से लगभग 16 प्रतिशत विद्यार्थी गवर्नमेंट एमबीबीएस के लिए चयनित हो रहे हैं। बजाज ने बताया कि 05 मई 2024 को आयोजित इस परीक्षा के माध्यम से 19 एम्स संस्थानों, जिपमेर, बीएचयू,एएमयू, सभी सरकारी व गैर सरकारी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस पाठ्यक्रम, बीडीएस, वैटरीनरी कॉलेज में पशु चिकित्सक पाठ्यक्रम, आयूष के विभिन्न कोर्सेज, बीएससी नर्सिंग और पैरामेडिकल कोर्सेज में स्नातक स्तर के कोर्स में प्रवेश मिलता है।
अभिभावकों व विद्यार्थियों में परिणाम से अत्यंत उत्साह और हर्ष की लहर है। जिसको सेलीब्रेट करने के लिए कल बच्चों ने सिंथेसिस में दीपावली के साथ ही होली का माहौल भी बना दिया था। सभी चयनित विद्यार्थियों ने अपनी सफलता का श्रेय सिंथेसिस के गुरूजनों और कोचिंग के बेहतरीन सिस्टम को दिया। साथ ही चयनित विद्यार्थियों ने अपने जुनियर्स को सफलता का सीक्रेट बताया और उन्हें अगले वर्ष इस रिकॉर्ड को तोड़ने के लिये मोटिवेट किया।