जयपुर (अभय इंडिया न्यूज)। भाजपा की ओर से छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों के लिए जारी उम्मीदवारों की पहली सूची में 14 मौजूदा विधायकों का टिकट कटने से राजस्थान में भी पार्टी के कई मौजूदा विधायकों की टेंशन बढ़ गई है। सूत्रों के मुताबिक पार्टी राजस्थान में लगभग 80 मौजूदा विधायकों के टिकट काट सकती है। इसके मद्देनजर इन विधायकों में ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में कई विधायक तो अपने बेटे, पोतों या अन्य रिश्तेदारों को टिकट देने के लिए दबाव बनाने लगे है।
इस बीच पार्टी का शीर्ष नेतृत्व भी इस बात को लेकर चिंतित है कि यदि मौजूदा विधायकों का टिकट काटा जाता है तो उनके समर्थकों की नाराजगी को कैसे दूर किया जाए। इस मसले पर हालांकि भाजपा का प्रदेश नेतृत्व कुछ भी खुलकर नहीं बोल रहा। बताया जाता है कि जिन मौजूदा विधायक के टिकट कटेंगे, उनमें से कुछ के रिश्तेदारों को टिकट दिए जा सकते है या फिर उन्हें सत्ता में फिर से लौटने दूसरे अवसर देने की बात की जा सकती है।
बता दें कि हाल में भाजपा के प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर ने कहा था कि पार्टी किसी सीट विशेष पर प्रत्याशी बदल सकती है, लेकिन प्रत्याशियों को सीट बदलने की अनुमति नहीं होगी। यानी पार्टी की ओर से जिस नेता ने जिस सीट से चुनाव लड़ा, वह उसी पर आगे चुनाव लड़ सकेगा। इसी तरह पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष मदन लाल सैनी और प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना भी कह चुके है कि टिकट पार्टी कार्यकर्ताओं को दिए जाएंगे, लेकिन उनके जीतने की क्षमता भी देखी जाएगी।
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