







जयपुर Abhayindia.com नगरीय विकास, स्वायत्त शासन एवं आवासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा द्वारा 12 मई, 2025 को जेडीए परिसर में भवन विनियम-2025, राजस्थान आवासन मण्डल की पॉच एवं जेडीए की तीन आवासीय योजनाओं का शुभारम्भ किया गया। खर्रा ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन एवं मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के कुशल नेतृत्व में राजस्थान तीव्र गति से विकास की ओर अग्रसर है। उन्होंने आमजन से कहा कि राजस्थान आवासन मण्डल एवं जयपुर विकास प्राधिकरण की योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाएं। उन्होंने कहा की यह योजना केवल निर्माण नहीं, बल्कि प्रदेशवासियों को सुरक्षित और सुविधायुक्त जीवन की ओर ले जाने वाला कदम है।
उन्होंने बताया कि सभी योजनाएं समयबद्ध, पारदर्शी और गुणवत्तापूर्ण ढंग से विकसित की जाएंगी, ताकि लाभार्थियों को आधुनिक जीवन की समस्त सुविधाएं मिल सकें। इस अवसर पर नगरीय विकास विभाग, जयपुर विकास प्राधिकरण एवं राजस्थान आवासन मण्डल के वरिष्ठ अधिकारीगण, जनप्रतिनिधिगण, आमजन उपस्थित रहे।
प्रमुख शासन सचिव, नगरीय विकास विभाग वैभव गालरिया ने कहा कि नगरीय विकास विभाग द्वारा मॉडल राजस्थान भवन विनियम-2025 को विभिन्न राज्यों के भवन विनियमों का अध्ययन कर विचार-विमर्श पश्चात सभी का समावेश करते हुए तैयार किया गया है। इस विनियम के तहत आमजन की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया है। साथ ही इस विनियम के लागू होने से हाईराइज बिल्डिंग का निर्माण संभव हो सकेगा। जिससे केंद्र एवं राज्य सरकार की मंशानुरूप आमजन को सस्ती दरों पर मकान उपलब्ध हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि जेडीए एवं आरएचबी विभिन्न नवीन योजनाएं लेकर आया है, जिस से यह उम्मीद की जा सकती है की आमजन भारी संख्या में इन योजनाओं की ओर आमजन का रूझान दिखेगा।
नगरीय विकास विभाग के मॉडल राजस्थान भवन विनियम-2025 के तहत प्रचलित भवन विनियम 2020 का पुनरावलोकन कर विभिन्न स्टेकहॉल्डरस् एवं आमजन के सुझावों को समायोजित करते हुए नवीन भवन विनियम-2025 तैयार किये गये हैं। भवन विनियम-2025 में आमजन व विकासकर्ताओं के हितों का ध्यान रखा गया है। इसी के साथ ही नगरीय क्षेत्रों में यातायात की दृष्टि से व्यावसायिक, चिकित्सा उपयोग के भवनों में आवश्यक पार्किंग में वृद्धि किये जाने का प्रावधान किया गया है। पर्यावरण की दृष्टि से ग्रीन बिल्डिंग व हरित क्षेत्र को प्रोत्साहन किये जाने हेतु भवन विनियम-2025 में प्रावधान किये गये है।
जयपुर विकास आयुक्त आनंदी ने बताया कि जेडीए द्वारा कुल 756 भूखण्डों के आनलाईन आवेदन आमंत्रित किए गये है। जिनका आवंटन लॉटरी के माध्यम से किया जाएगा। यह योजनाएं गरीब एवं मध्यम वर्ग के आवास का सपना साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। उन्होंने बताया कि तीन आवासीय योजनाओं – गंगा विहार, यमुना विहार एवं सरस्वती विहार में पृथक-पृथक श्रेणियों के 765 भूखण्डोें के आनलाईन आवेदन आमंत्रित कर लॉटरी द्वारा आवंटन किया जायेगा।
आनन्दी ने कहा कि मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के कुशल नेतृत्व में गरीब एवं मध्यम वर्ग के आवास का सपना साकार करने के लिए जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा जयपुर में तीन आवासीय योजनाओं – गंगा विहार, यमुना विहार एवं सरस्वती विहार में पृथक-पृथक श्रेणियों के 765 भूखण्डो का आवंटन ऑनलाईन लॉटरी के माध्यम से किया जायेगा।
आवासन आयुक्त डॉ रश्मि शर्मा ने बताया कि 5 योजनाओं के तहत कुल 427 आवास/फ्लैट्स बनाए जाएंगे, जो जयपुर, बारां, बूंदी और धौलपुर जैसे जिलों में आमजन को एक बेहतर आवासीय विकल्प देंगे। उन्होंने मुख्य योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया की गुलमोहर अपार्टमेंट, मानसरोवर (जयपुर), उच्च आय वर्ग के लिए 160 फ्लैट्स, जिसकी न्यूनतम अनुमानित लागत रू. 90.40 लाख है।
गंगा अपार्टमेन्ट, प्रतापनगर (जयपुर) उच्च आय वर्ग के लिए 80 फ्लैट्स, जिसकी लागत रू. 61.20 लाख है। गजनपुरा योजना, बारां, विभिन्न आय वर्गों के लिए 52 स्वतंत्र आवास, लागत रू. 8 लाख से प्रारंभ है। लाखेरी योजना, बूंदी, 122 स्वतंत्र आवास, रू. 27.10 लाख से प्रारंभ है । साथ ही बाड़ी रोड़ योजना, धौलपुर, 13 स्वतंत्र आवास, लागत रू. 50 लाख से प्रारंभ है।



