बीकानेर Abhayindia.com सड़क कार्य के लिए गांव राजेरा में तोड़े गए घरों का मामला गरमा रहा है। ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर कार्यालय में भाजपा नेता कोजुराम सारस्वत की अगुवाई रोष प्रदर्शन कर कलेक्टर को ज्ञापन दिया। जिला कलेक्टर से मुलाकात करते हुए पीड़ित लोगों ने इस नाजायज कारवाही की दोषी बीकानेर बीडीओ साजिया को अविलंब निलंबित करते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।
आपको बता दें कि CRIF की राशि से PWD द्वारा MDR–297 का सुदृढ़ीकरण एवं चौड़ाईकरण का कार्य नौरंगदेसर–कालू के मध्य किया जा रहा है। PWD ने गांव राजेरा के बीच से बने गौरव पथ के मौजूदा 5 मीटर के रास्ते को 10 मीटर चौड़ाई तक खाली कराने के लिए करीब अस्सी घरों में मकान, शौचालय, चारदीवारी आदि पर चार दिन पहले जेसीबी चला दी थी जिसके विरोध में मामला राजनैतिक क्षेत्र सहित शासन, प्रशासन शासन तक जा पहुंचा है।
लोगों ने अपने ज्ञापन में बताया कि गांव के बीच बने टेढ़े मेढे गौरव पथ के रास्ते की बजाय, कम दूरी में बनने वाले बाईपास की मांग आमजन ने सड़क सुरक्षा एवं दुर्घटनाओं की रोकथाम के मध्यनजर की थी लेकिन इस पर किसी ने गौर तक नहीं किया। राजनैतिक प्रताड़ना के चलते उल्टे पट्टेशुदा मकान मालिकों को पट्टों में अंकित बीस फुट के रास्ते की जगह 10 मीटर तक खाली करने के नोटिस, अतिक्रमण बताते हुए ग्राम पंचायत ने दिनांक 22/12/24 को जारी कर दिए। नोटिस की अवधि पूरी होने से पहले ही लोगों ने अपने अधिकृत पट्टेशुदा दस्तावेज बताते हुए जवाब तक दिए लेकिन बीडीओ साजिया ने नोटिसों की समयावधि से पहले दिन ही गांव के करीब 80 घरों में पुलिस प्रशासन के साथ आकर जेसीबी से तोड़फोड़ कर दी है।
लोगों ने आक्रोश जताते हुए बताया कि भयंकर ठंड के इस मौसम में मनमाने तरीके से नियम विरुद्ध की गई इस नादिरशाही से पूरा गांव सकते में है। प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान में बने शौचालयों को तहस नहस कर बीडीओ ने राष्ट्रीय कार्यक्रम को भी क्षति पहुंचाई है जिससे लोग परेशान हैं।
ग्रामीणों ने आज सांसद अर्जुनराम मेघवाल, शहर विधायक जेठानंद व्यास से भी मुलाकात कर न्याय दिलाने की गुहार लगाई है। जानकारी यह भी मिली है कि RLP नेता हनुमान बेनीवाल को भी आज ग्रामीणों ने भारतमाला सड़क पर अपनी व्यथा से अवगत करवाते हुए सहयोग की अपील की है।