





बीकानेर Abhayindia.com नवरात्र और हिंदू नववर्ष 2082 की शुरुआत 30 मार्च से होने जा रही है। इस वर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा रविवार को है, इसलिए सूर्य को वर्ष का राजा माना है। नवसंत्वसर को लेकर हर जगह उत्साह का माहौल है। नव संवत्सर के स्वागत में शहर में सभी प्रमुख बाजार और चौराहों को केसरिया ध्वजा से सजाया जा रहा है। हिंदू जागरण मंच की ओर से आयोजित धर्मयात्रा और महाआरती के लिए संयोजक कैलाश भार्गव की अगुवाई में प्रचार प्रसार किया जा रहा है।
आपको बता दें कि मां दुर्गा का आगमन व प्रस्थान इस बार हाथी पर होगा। यह सुख-समृद्धि का प्रतीक है। नवरात्रा पर मां जगदम्बा के मंदिरों में भक्त आस्था में लीन रहकर पूजा-अर्चना करेंगे। तृतीया तिथि का क्षय होने के कारण नवरात्र करीब सात साल बाद नौ के बजाय आठ दिन के होंगे। इस अवधि में देवी के नौ स्वरूपों की पूजा होगी। विशेष रूप से देवी मंदिरों में धार्मिक अनुष्ठान होंगे। खरीदारी के भी अलग-अलग संयोग रहेंगे। पांच अप्रेल को अष्टमी व छह अप्रेल को रामनवमी होगी। कन्याओं का पूजन कर उन्हें भोजन कराया जाएगा। इस साल अच्छी बारिश, बेहतर पैदावार और कृषि में उन्नति के संकेत भी हैं। देवी पुराण के अनुसार घटस्थापना के लिए प्रात:काल का समय श्रेष्ठ है।





