Friday, May 16, 2025
Hometrending...तो खाजूवाला का हो जाएगा भारी नुकसान, जिला बनाने को लेकर मूवमेंट...

…तो खाजूवाला का हो जाएगा भारी नुकसान, जिला बनाने को लेकर मूवमेंट हो रहा तेज

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad

बीकानेर Abhayindia.com खाजूवाला को जिला बनाने व उसे अन्‍य जिले में शामिल नहीं करने की मांग तेज होने लगी है। विधानसभा मुख्‍यालय खाजूवाला को अनूपगढ में शामिल करने के संकेतों के चलते सोशल मीडिया पर भी विरोध के स्‍वर तेज हो गए है। बताया जा रहा है कि जमीनी स्तर पर किये गये सर्वे के अनुसार खाजूवाला क्षेत्र की अधिकतर जनता का मत है कि खाजूवाला को जिला बनाया जाये अन्यथा बीकानेर जिले में ही रखा जाये। बार एसोसियेशन अध्यक्ष सलीम खान एवं सचिव दिलीप कुमार शर्मा के नेतृत्व में मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत एवं आपदा मंत्री गोविन्दराम मेघवाल को उपखण्ड अधिकारी के माध्यम से भेजे गये पत्र में लिखा कि राज्य सरकार के लिये गये निर्णय के अनुसार नये जिले अनूपगढ़ को बनाने के लिए जिन भौगौलिक क्षेत्र का चयन किया गया है उसमें विधान सभा क्षेत्र खाजूवाला की तहसील खाजूवाला का पूर्ण या आंशिक रुप से जो क्षेत्र अनूपगढ में शामिल किया जा रहा है और जिला बनाया जा रहा है, इससे खाजूवाला तहसील के वासियों को भारी नुकसान होगा।

उन्‍होंने बताया कि खाजूवालावासियों का जुड़ाव अधिकतर बीकानेर जिला मुख्‍यालय से रहा है। खाजूवाला क्षेत्र का विकास जिला मुख्‍यालय बीकानेर स्थित सरकारी कार्यालयों पर निर्भर करता है। बीकानेर संभाग मुख्‍यालय होने के साथसाथ राजस्थान का शिक्षा निदेशालय भी बीकानेर में स्थित है। ऐसे में खाजूवाला की अवाम अनूपगढ़ जिले में शामिल नहीं होना चाहती। सुख सुविधाओं और विकास की दृष्टि से खाजूवाला का बीकानेर जिले में जुडे रहना ही हितकारी है। संभाग स्तर के समस्त कार्य करने के लिए खाजूवाला की आवाम को बीकानेर जाना होगा। शिक्षा के क्षेत्र में बीकानेर एज्युकेशन सिटी बन चुकी हैं वहीं, स्वास्थ्य से संबंधित बीकानेर संभाग का सबसे बड़ा हॉस्पीटल पीबीएम जहां श्रीगंगानगर, चूरू, हनुमानगढ, बीकानेर तथा पंजाब, हरियाणा तक के मरीज इलाज करवाने के लिए आते हैं, ऐसे में खाजूवाला क्षेत्र की जनता बीकानेर जिले में ही रहना चाहती है। इसी तरह जन स्वास्थ्य अभियांत्रीकी विभाग का अतिरिक्त मुख्‍य अभियंता एवं ऊर्जा विभाग का संभाग स्तर का कार्यालय बीकानेर में स्थित है। बीकानेर मेडिकल कॉलेज एवं महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के साथसाथ इसी तरह की अनेक सुविधायें केवल मात्र बीकानेर संभाग मुख्‍यालय पर स्थित हैं।

उन्‍होंने बताया कि अनूपगढ़ में वर्तमान में किसी भी तरह का कोई इन्फरास्ट्रक्चर उपलब्‍ध नहीं है। अनूपगढ़ में सुविधायें व सरकरी कार्यालयों का निर्माण होने में काफी समय लगेगा। जिससे खाजूवाला क्षेत्र का विकास अवरूद्ध हो जायेगा व खाजूवाला क्षेत्र के विकास की गति 20 वर्ष पीछे चली जायेगी। यदि खाजूवाला क्षेत्र को अनूपगढ़ जिले में शामिल किया जाता है तो उपनिवेशन विभाग समाप्त हो जायेगा और उपनिवेशन व राजस्व में भूमि आवंटन की बकाया फाईलों में वरीयता बदल जायेगी। यहां के लोग भूमि से वंचित रह जायेंगे। राजस्व अपील अधिकारी कैम्‍प कोर्ट खाजूवाला बंद हो जायेगा। लोगों को रायसिंहनगर तक जाना पड़ेगा। रेवेन्यू बोर्ड बैच बीकानेर से खाजूवाला की आवाम न्याय प्राप्त नही कर सकेगी। इसी तरह से सिंचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता कार्यालय का भी मर्ज होने का अंदेशा है जिसकी सुनवाई विजयनगर में होगी। खाजूवाला में घोषित अतिरिक्त जिला एवं सेशन न्यायालय भी खाजूवाला में नहीं खुल सकेगा।

उन्‍होंने बताया कि यदि खाजूवाला को जिला बनाया जाता है तो खाजूवाला जिला मुख्‍यालय स्थापित होगा जिससे सीमा पार से होने वाली गतिविधियों पर अंकुश लगेगा।

Ad Ad Ad Ad
- Advertisment -

Most Popular