






बीकानेर Abhayindia.com बीकानेर में श्रीलक्ष्मीनाथजी के मंदिर के पास बना रियासतकालीन अण्डर ब्रिज जर्जर हालत में है। ये बीकानेर शहर का पहला ऐसा अण्डर ब्रिज है जो पूरे शहर के आवागमन को आपस में जोड़ता हैं लेकिन अब इसकी आयु भी बहुत ज्यादा होने के कारण जगह जगह से क्षतिग्रस्त होकर बहुत ही खतरनाक स्थिति में पहुंंच गया है। इस अण्डर ब्रिज के दोनों तरफ सैकड़ों परिवार निवास करते हैं। इस ब्रिज के ठीक नीचे पास में ही एक राजकीय बालिका स्कूल भी है। अण्डर ब्रिज के ही नीचे आस पडौस के लोग अपने पालतु पशु जैसे घोड़ा, गायें भी बांधते हैं। जिसके कारण यहां हर समय लोगों का जमावड़ा भी हर वक्त लगा रहता है। ऐसे में दुर्भाग्यवश उक्त ब्रिज के क्षतिग्रस्त स्थिति में पहुंंचने से कभी भी जान-माल की क्षति हो सकती है।
सामाजिक कार्यकर्त्ता चोरूलाल सुथार ने इस मामले से संभागीय आयुक्त नीरज के. पवन को भी पत्र के माध्यम से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि पूर्व में भी जिला प्रशासन को इस संबंध में कई बार अवगत कराया गया था। तत्कालीन जिला प्रशासन द्वारा त्वरित संज्ञान लेते हुए प्रकरण सार्वजनिक निर्माण विभाग को भेजकर इसका पूर्ण निरीक्षण कर इसके जीर्णाेद्धार पर आने वाले खर्चे का तख्मीना तैयार कर प्रस्तुत करने के आदेश भी प्रसारित हुए थे। बाद में सार्वजनिक निर्माण विभाग के शहर खण्ड कार्यालय द्वारा इस पर होने वाले खर्च का तख्मीना भी तैयार कर लिया। लेकिन, आगे की कार्रवाई नहीं हुई।





