बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। जिले के दौरे पर आये वन एवं पर्यावरण विभाग, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, उपभोक्ता मामले के राज्य मंत्री सुखराम बिश्नोई ने सोमवार को कलक्टर सभागार में आयोजित मीटिंग में अधिकारियों की जमकर खिंचाई की। मंत्री ने मीटिंग में मौजूद वन विभाग, जलदाय विभाग, पंचायती राज समेत अन्य विभागों के अफसरों से सवाल पूछने शुरू किये तो उनकी हवाईयां उड़ गई। ज्यादातर अधिकारी बिना तैयारी के साथ मीटिंग में आये थे, इसलिये मंत्री के सवालों का जवाब देने के बजाय एक-दूसरे की बगलें झांकने लगे।
मीटिंग की औपचारिक शुरूआत के बाद मंत्री सुखराम ने वन विभाग के अफसरों से सवालों की शुरूआत करते हुए मुख्य वन सरंक्षक से बीकानेर रेंज का क्षेत्रफल पूछा तो उन्होने बता दिया। इसके बाद रेंजभर में पिछले साल लगाये गये पौधों की संख्या के साथ यह भी पूछा कि सालभर में लगाये गये कितने पौधे बचे हैं तो वन विभाग अफसरों की बोलती बंद हो गई। इसके बाद मंत्री ने पूछा की कौन-कौन सी प्रजाति के पौधे लगाये है, इस पर वन विभाग अफसरों की जुबान लडख़ड़ाने लगी। इसके बाद पूछा रेंज में कितने अभ्यारण है और इनमें कौनसी प्रजातियों के वन प्राणी है, इस सवाल का जवाब भी वन विभाग के अफसर ठीक से नहीं दे पाये।
आखिर में मंत्री ने रेंज के तालछापर अभ्यारण में हिरणों की संख्या पूछी, तब भी वन विभाग के अफसर निरूत्तर हो गये। इस पर मंत्री ने कड़े लहजे में नाराजगी जताई और जिम्मेदारी से ड्यूटी निभाने की हिदायत दी। वन विभाग के बाद मंत्री ने जलदाय विभाग अफसरों से ग्रामीण अंचलों में पेयजल से जुड़ी समस्याओं और उनके निराकरण के बारे में पूछा तो जलदाय के अधिकारी भी ठीक से जवाब नहीं दे पाये। इस पर मंत्री ने उन्हें भी सजगता से ड्यूटी की हिदायत देते हुए मीटिंग में पूरी तैयारी के साथ आने को कहा। बताया जाता है कि मीटिंग में खाजूवाला के खेजड़ी प्रकरण का जिक्र आने पर मंत्री ने छत्तरगढ़ के वन संरक्षक की जोरदार क्लास ले डाली।
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