बीकानेर Abhayindia.com बीकानेर में जूनागढ़ क़िले के सामने स्थित पब्लिक पार्क के लोहे के मजबूत टूटे हुए गेट हादसों को न्योता दे रहे हैं। ये गेट अपनी जगह से उखड़े हुए है।
इस संबंध में सामाजिक कार्यकर्ता चौरू लाल सुथार ने एक जनहितार्थ प्रतिवेदन विधायक सिद्धि कुमारी और जिला कलेक्टर को प्रेषित कर अवगत कराया कि बीकानेर के ऐतिहासिक धरोहर पब्लिक पार्क जिसका निर्माण बीकानेर के पूर्व महाराजा गंगा सिंह ने इंग्लैंड के बंकिघम पैलेस की ही तर्ज पर करवाया था इसका मुख्य दरवाजा जूनागढ़ क़िले के सामने स्थित है। इस मुख्य दरवाजे पर तीन दरवाजे बने हुए है जिनमे लोहे के मजबूत गेट लगे हुए थे जो सैकड़ो वर्षों तक जैसे लगाए गए थे वैसे ही लगे हुए थे लेकिन गत चार वर्ष पूर्व वे मजबूत गेट टूट गए व अपनी जगह से उखड़ गए।
सुथार ने अवगत कराया कि सन 2020 में इन टूटे हुए गेटों की जगह नए गेट लगवाने के लिए जिला प्रशासन को आग्रह किया तो गेट नए लगाए गए लेकिन गेट लगाने के कई महीनों बाद फिर ये गेट उखड़ गए। वर्ष 2022 में फिर आग्रह किया। वापिस गेट लगे लेकिन बड़े ही खेद का विषय है कि आखिर इस तरह के घटिया कार्य के लिए कौन जिम्मेदार है, सरकार का लाखों रुपया खर्च होता है लेकिन जिम्मेदारों को कोई अहसास तक नहीं है, ठेकेदार ने जो कार्य जैसा किया। उसी आधार पर उसे प्रमाणित कर उसका पूरा भुगतान कर दिया जाता है। अगर कार्य की गुणवत्ता पर सख्ती से कार्यवाही की होती तो ऐसे घटिया निर्माण नहीं होते। सुथार ने बताया कि गत 8 अप्रैल 2024, 24 मई 2024 व 23.09.2024 को फिर से जिला प्रशासन का ध्यान इस प्रकरण की ओर आकर्षित किया था लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नही हुई आखिर कब जागेंगे जिम्मेदार लोग जब कोई हादसा घटित होगा। जिस हालात में यह गेट उखड़ कर लटका हुआ है कभी भी राह चलते पैदल व्यक्ति या वाहन चालक को अपनी चपेट में ले लेगा गेट इतना भारी है कि अगर किसी व्यक्ति के ऊपर गिरता है तो कितना बड़ा हादसा घटित हो सकता है व अगर फिर भी यहाँ इस गेट से कोई दुर्घटना घटित होती है तो जिला प्रशासन के साथ-साथ सम्बंधित विभाग के अधिकारी भी इसमें जिम्मेदार होंगे।
सुथार ने जिला प्रशासन से पुरजोर आग्रह किया है कि इस ऐतिहासिक धरोहर के वैभव को सरंक्षण दें व टूटे हुए गेटों को पुनः लगवाने के सख्त आदेश जारी करे तथा साथ ही सम्बंधित अधिकारी की जिम्मेदारी भी तय करें कि कोताही बरतने पर उनके खिलाफ कार्यवाही करें।