Tuesday, September 17, 2024
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ओपीएस और तबादलों को लेकर “पंचायत” में शिक्षकों ने जताया आक्रोश, धरना 18 को

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बीकानेर Abhayindia.com राजस्थान शिक्षक संघ (शेखावत) ने पुरानी पेंशन योजना की निरंतरता सुनिश्चित करने, अध्यापकों के स्थानांतरण करने, पदोन्नति करने और शिक्षकों को गैर शैक्षिक कार्यों से मुक्त करने आदि मुद्दों को शिक्षक ‘पंचायत” का आयोजन किया।

प्रदेश उपसभाध्यक्ष रेन्वत राम गोदारा ने बताया कि राज्य सरकार के रुख से पुरानी पेंशन योजना पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। इससे राज्य के कर्मचारी आशंकित हो गए हैं और उनमें आक्रोश व्याप्त होता जा रहा है। प्रदेश मंत्री श्रवण पुरोहित ने बताया कि अध्यापकों के स्थानांतरण के मुद्दे पर शिक्षकों के सब्र का बांध टूटने लगा है और शिक्षकों में भारी गुस्सा है।

प्रदेशाध्यक्ष के. आर. सियाग ने कहा कि केंद्रीय कैबिनेट द्वारा पारित नई यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) राज्य पर भारी आर्थिक दबाव लेकर आएगी जबकि ओपीएस से कोई घाटा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अगर राज्य में OPS के साथ छेड़छाड़ की कोशिश हुई तो इसे राज्य का कर्मचारी बर्दाश्‍त नहीं करेगा।

उन्होंने बताया कि कर्मचारियों को गुमराह एवं भ्रमित करने के लिए एनपीएस के स्थान पर यूपीएस लागू करने का विकल्प दिया है। इससे कर्मचारियों में भारी बेचैनी है। राजस्थान शिक्षक संघ (शेखावत) के प्रांतीय कार्यकारिणी के सदस्य संजय पुरोहित ने आरोप लगाया है कि राजस्थान की पूर्ववर्ती सरकार ने एनपीएस के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना राज्य में पुनः लागू कर दी थी परंतु राज्य में सत्ता बदलने के बाद सरकार कर्मचारियों को पुरानी पेंशन की निरंतरता के संबंध में आश्वस्त करने के लिए तैयार नहीं।

जिला अध्यक्ष सुरेंद्र भाटी ने बताया राज्य के अध्यापक वर्षों से न्यायपूर्ण स्थानांतरण की बाट जोह रहे हैं। सरकारें बदल जाती है परंतु अध्यापकों के तबादले नहीं हो रहे हैं। इससे राज्य के शिक्षकों में भारी आक्रोश व्याप्त है। सभी संवर्गों के शिक्षक पदोन्नति के लिए वर्षों से इंतजार कर रहे हैं। पदोन्नति में लगातार विलंब से शिक्षक खासा नाराज हैं।

पूर्व जिला अध्यक्ष आदूराम मेघवाल ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में निहित शिक्षक, विद्यार्थी तथा आमजन विरोधी प्रावधानों और शिक्षकों पर थोपे गए अनगिनत गैर शैक्षिक कार्यो ने सम्पूर्ण शिक्षा व्यवस्था के समक्ष गंभीर चुनौती पैदा कर दी है। शिक्षकों के लिए असहनीय हालात पैदा हो गए हैं। इस शिक्षक पंचायतों में आगे के आंदोलन और कार्यक्रमों की घोषणा की गई।

जिला मंत्री महेन्द्र भंवरिया ने बताया कि 18 सितम्बर को शिक्षकों की विभिन्न मांगों का लेकर निदेशालय पर प्रांतीय आव्हान पर एक दिवसीय धरना रखा जाएगा जिसमें पूरे राजस्थान से हजारों की संख्या में शिक्षक धरने में भाग लगे। पंचायत में जिला अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह भाटी, जिला जिला मंत्री महेंद्र भंवरिया, प्रदेश मंत्री श्रवण पुरोहित, प्रदेश उपसभाध्यक्ष रेवत राम गोदारा, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य संजय पुरोहित, पूर्व जिला अध्यक्ष आदूराम मेघवाल पूर्व जिला मंत्री शिव शंकर गोदारा, राजेश तरड़, ब्लॉक अध्यक्ष गणेश चौधरी, ब्लॉक मंत्री सोहन कुकणा, पूगल ब्लॉक मंत्री सहजाद अली, पांचू ब्लॉक मंत्री रामनिवास गोदारा, नोखा ब्लॉक अध्यक्ष मोहम्मद हारुन, विजय सिंह, रविंद्र बिश्नोई, अरुण गोदारा, सूरज कुमावत, मांगीलाल सुथार, अशरफ अली, दीवान कस्‍वां, विष्णु सहित अनेक शिक्षकों ने भाग लिया।

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