जयपुर Abhayindia.com प्रदेश में गहलोत सरकार की ओर से पेश किए गए राइट टू हेल्थ बिल (RTH) को लेकर सरकार और डॉक्टर्स अब भी आमने–सामने है। रविवार को दोनों के बीच हुई वार्ता बेनतीजा रही। आपको बता दें कि मुख्य सचिव उषा शर्मा ने सचिवालय में दोपहर में डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल से वार्ता की। वार्ता में चिकित्सकों के प्रतिनिधिमंडल ने बिल को निरस्त करने की मांग की। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन का मकसद नो टू आरटीएच है। बिल को निरस्त होने पर ही यह आंदोलन खत्म होगा। वार्ता के बाद डॉक्टर्स ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सरकार से उनकी वार्ता विफल रही है। मुख्य सचिव ने उनसे कमियों और खामियों को लेकर बात की। लेकिन, उन्होंने बिल को निरस्त करने के लिए कहा।
डॉक्टर्स ने कहा कि सरकार यह बिल जबरदस्ती डॉक्टरों पर थोपना चाहती है। अभी यह बिल पास नहीं हुआ है। अभी कानून नहीं बना है। उससे पहले जनप्रतिनिधि इस बिल का प्रचार कर जनता में भ्रम फैलाया जा रहा है। इससे समाज में भ्रम फैलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सोमवार को बिल के विरोध में देशभर में निजी अस्पताल बंद रहेंगे। जयपुर में हजारों डॉक्टर सड़क पर उतरेंगे और सरकार के खिलाफ रैली निकालेंगे।