Sunday, May 19, 2024
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बीकानेर: पुराधा शख्सियतों के स्मरण की महत्ती आवश्यकता, स्वतंत्रता सेनानी मूलचंद पारीक की पुण्यतिथि पर अर्पित किए श्रद्धा सुमन.

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बीकानेर Abhayindia.com मूलचंद पारीक स्मृति संस्थान की ओर से आज जस्सूसर गेट के अंदर सर्किल पर मूलचंद पारीक की पुण्यतिथि मनाई गई।

इस मौके पर विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने पारीक की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। वक्ताओं ने मूलचंद पारीक की सादगी, राष्ट्रप्रेम के प्रति निष्ठा पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में शरिक हुई प्रदेश कांग्रेस की उपाध्यक्ष अर्चना शर्मा ने कहा कि आज सच्चे स्वतंत्रता सेनानियों का स्मरण कर उनकी स्मृतियों को संजोए रखने की आवश्यकता है।

मूलचंद पारीक ने जीवन में खादी पहनी, सादा जीवन जीया, पार्टी लाइन से ऊपर उठकर हर वर्ग के लिए काम किया। राजनीति के साथ ही पत्रकारिता के क्षेत्र में भी सक्रिय रहे। वो एक पुराधा शख्सिय थे। उनके आदर्श, विचारों का स्मरण कर अनुसरण करना चाहिए।

कार्यक्रम में महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित ने कहा कि मूलचंद पारीक हमेशा सदा जीवन, उच्च विचार के सिद्धांत पर चले। उन्होंने हमेशा राष्ट्रहित को ही सर्वोपरि माना। बीकानेर की धरा वीर की है, उनमें से एक थे, स्वतंत्रता सेनानी मूलचंद पारीक। भाजपा नेता सत्यप्रकाश आचार्य ने कहा कि मूलचंद पारीक हमेशा हर क्षेत्र में सक्रिय रहे। चिकित्सा, शिक्षा, शहरी विकास में उनका योगदान अमूल्य है।

उन्होंने बीकानेर के विकास में बहुत काम किया था। एक राजनीतिक पार्टी से जुड़ाव होने के बाद भी सभी से मिलकर रहते थे। कार्यक्रम में शहर भाजपा अध्यक्ष अखिलेश प्रताप ङ्क्षसह ने मूलचंद पारीक के विचारों को जीवन में उतारने की बात कही। साथ ही स्मरण करते हुए सच्चा सेनानी बताया। संस्थान के संयोजक नित्यानंद पारीक ने मूलचंद पारीक के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने जीवन में धन नहीं कमाया, बल्कि जो मान-आदर कमाया वो उनका व्यक्तित्व ही थी।

उन्होंने मेडिकल कॉलेज, पीबीएम अस्पताल, डूंगर कॉलेज सहित विकास के कई कार्य आज उनकी देन है। कई संस्थाओं से जुड़े रहे, उन्होंने हमेशा ही बीकानेर के विकास की सोच रखी। कार्यक्रम में सुधा आचार्य ने कविता के माध्यम से पारीक का स्मरण किया। कांग्रेस के महासचिव गजेन्द्र सांखला, बाबू जयशंकर जोशी, रामजीवन व्यास,चम्पालाल पारीक, मीना आसोपा सहित वक्ताओं ने मूलचंद पारीक के जीवन पर प्रकाश डाला।

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