








बीकानेर Abhayindia.com बिनानी कन्या महाविद्यालय में आज राष्ट्रीय सेवा योजना की तीनों इकाईयों के संयुक्त तत्वावधान में विशेष शिविर का आगाज किया गया। शिविर का उद्घाटन राष्ट्रीय सेवा योजना, बीकानेर चेप्टर के समन्वयक डॉ. एस.एन. जाटोलिया एवं महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर के रिसर्च डायरेक्टर डॉ. अभिषेक वशिष्ठ के कर कमलों द्वारा माँ शारदा के आगे दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. अरूणा आचार्या ने पुष्प गुच्छ देकर उनका स्वागत किया।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना की प्रथम इकाई की प्रभारी डॉ. अनिता मोहे भारद्वाज ने आगामी सात दिवस में आयोजित होने वाले विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी छात्राओं को एवं आगन्तुकों को दी। उन्होंने अपने उद्बोधन में बोलते हुए कहा कि रासेयो सेवा भाव से प्रारम्भ होकर सेवा भाव पर ही अग्रसर होती है।
रासेयो की स्वयंसेविकाओं ने सरस्वती वंदना के साथ-साथ एनएसएस गीत की प्रस्तुत देकर कार्यक्रम में सभी श्रोताओं को भाव-विभोर कर दिया। संगीत विभाग में गंगा सोनी एवं कैलाश पुरोहित ने हारमोनियम एवं तबले पर संगत की। मुख्य अतिथि के रूप में अपना उद्बोधन देते हुए रासेयो, बीकानेर के समन्वयक डॉ. एस. एन. जाटोलिया ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना में स्वयंसेविकाएं हमेशा मैं नहीं आप के स्लोगन पर कार्य करती है। आप सभी स्वयंसेविकाओं से इतना ही कहना है कि आप जब भी किसी कार्य को करें तो पहले राष्ट्र, फिर राज्य, फिर शहर फिर अपना घर, और आखिर में अपने आप को रख कर करें तो सफलता का परिणाम सभी के लिए स्वतः ही हो जायेगा।
विशिष्ट अतिथि महाराजा गंगासिंह विश्वद्यालय के डॉ. अभिषेक वशिष्ठ ने स्वयं सेविकाओं को बताया कि पिछले 55 वर्षों से रासेयो का कार्य देष भर में चल रहा है, इस स्थिति में लाने का श्रेय उन पूर्वजों को जाता है जिन्होंने सिर्फ दो विश्वविद्यालय में यह कार्यक्रम प्रारम्भ किया जो आज उस स्तर पर चला गया है जहां देश के सर्वोच्च पद पर आसीन लोग भी इस कार्यक्रम को बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते है।
राष्ट्रीय सेवा योजना द्वितीय इकाई के प्रभारी डॉ. अशोक व्यास ने स्वयंसेविकाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि रासेयो का ये शिविर सात दिनों के लिए इसलिए आयोजित किया जा रहा है ताकि सभी स्वयंसेविकाओं का बौद्धिक स्तर, मानसिक स्तर एवं शारिरीक स्तर में सुधार होने के साथ-साथ देश सेवा का जज्बा भी विकसित हो सके। मैं नहीं आप की थीम पर आयोजित ये कार्यक्रम आपको सुदृढ़ करता है।
महाविद्यालय प्राचार्या ने स्वयंसेविकाओं को अपने उद्बोधन में सेवा को परम धर्म बताते हुए कहा कि इस क्षेत्र में कार्य करने के साथ-साथ अपने शैक्षणिक स्तर में भी सुधार आवश्यक है इसी क्रम में महाविद्यालय द्वारा गोद ली गई कच्ची बस्ती भाटों के बास में साक्षरता अभियान चलाने की मुहिम बताई। इसी अभियान में सभी स्वयंसेविकाऐं जहां भी अनपढ़ बच्चे या प्रोढ़ नजर आये उन्हें प्रोत्साहित कर अक्षर ज्ञान आवष्यक रूप से करवाये ना सिर्फ पढ़ाई करते सत्रों में बल्कि जीवनपर्यन्त ये कार्य करें।
इसी क्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना तृतीय इकाई के प्रभारी मुकेश बोहरा ने आगन्तुकों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि इस रासेयो के सात दिवसिय शिविर के अलावा भी आप सभी स्वयं सेविकाओं का लक्ष्य यह होना चाहिए कि खुद पर शासन फिर अनुशासन अगर आप अनुशासित रहकर किसी कार्य को करते है तो अपने लक्ष्य को आसानी से प्राप्त कर सकते है। कार्यक्रम का संचालन कम्प्यूटर विभागाध्यक्ष रामकुमार व्यास ने किया।





