








बीकानेर Abhayindia.com स्कूल एजुकेशन वेलफेयर एसोसिएशन (सेवा) राजस्थान के बीकानेर संभाग के चारों जिलों के जिला अध्यक्षों एवं बीकानेर जिले के सभी ब्लॉकों के ब्लॉक अध्यक्षों की बैठक प्रदेशाध्यक्ष कोडाराम भादू की अध्यक्षता में सूरसागर के पीछे धोबी धोरा रोड स्थित प्रदेश कार्यालय में संपन्न हुई। संगठन के मीडिया प्रभारी शैलेश भादानी ने बताया सेवा संगठन के बीकानेर संभाग के चारों जिलों बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू के जिला अध्यक्ष एवं बीकानेर जिले के सभी ब्लॉक अध्यक्षों की बैठक में सरकार द्वारा शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के तहत निशुल्क पढ़ाई के विद्यार्थियों की फीस पुनर्भरण नहीं किए जाने पर गहरा रोष प्रकट किया। इस संबंध में बार-बार अधिकारियों के समक्ष इस बात को रखने के बावजूद इस और कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। फीस पुनर्भरण नहीं होने से बजट प्राइवेट स्कूलों को भयंकर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। बैठक में निर्णय लिया कि सरकार को ज्ञापन देकर अवगत करवाया जाए कि सोमवार तक भुगतान नहीं होने पर 26 अप्रैल को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जसरासर आगमन पर उनके समक्ष विरोध प्रदर्शन कर इस समस्या की ओर उनका ध्यान आकर्षित कराया जाएगा।
मीडिया प्रभारी ने बताया कि शिक्षा सत्र 2022- 23 में निशुल्क पढ़ाए गये विद्यार्थियों के बिल विभाग द्वारा बनाकर ट्रेजरी को भेज दिए गए। ट्रेजरी ने पास करके जयपुर फाइनेंस डिपार्टमेंट को 25 मार्च से पहले ईसीएस के लिए भेज दिए गए। लेकिन फाइनेंस डिपार्टमेंट अब तक ईसीएस नहीं किया है इस वजह से स्कूलों को भुगतान नहीं हो रहा है। यह भुगतान 31 मार्च से पहले हो जाना चाहिए था। संपूर्ण शिक्षा सत्र बीत चुका है। इसलिए दोनों किस्तों का भुगतान एक साथ होना चाहिए। शिक्षा सत्र 2018-19 व 2019-20 का प्रदेश के हजारों स्कूलों का भुगतान तिथि का बैरियर लगाकर रोका हुआ है। शिक्षा सत्र 2020-21 का ऑफलाइन के नाम पर भुगतान रोका हुआ है।
बैठक में जिलाध्यक्ष चूरू से हेतराम घिंटाला, हनुमानगढ से गुरुदेव सिंह, गंगानगर से खाली राम साहू, ब्लॉक अध्यक्ष श्री डूंगरगढ़ से ओमप्रकाश भास्कर, मनोज गुंसाई, लूणकरणसर से मनोज शर्मा, मोतीगढ़ से सद्दाम हुसैन, पूगल से पेमाराम, छतरगढ से बद्रीनारायण गर्ग, खाजूवाला से अनिल कस्वां, बज्जू से शिवकरण कड़वासरा, पांचू से राजाराम बिश्नोई, नोखा से पुनाराम गोदारा व जसरासर से प्रेमकांत तरड ने अपने विचार व्यक्त किए।





