बीकानेर Abhayindia.com देश की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले के 195वें जन्म दिवस के अवसर पर शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन शोध, शिक्षण तथा सामाजिक समरसता और सौहार्द के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करने वाले 67 शिक्षकों का सम्मान किया गया।
सावित्रीबाई फुले एजुकेशनल एंड सोशल अवेयरनेस समिति के मीडिया प्रभारी राहुल यादव ने बताया कि समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रोफेसर डॉक्टर अनिल कौशिक ने विधि क्षेत्र में महिलाओं के लिए बने कानूनों में सावित्रीबाई फुले के संघर्षों का परिणाम बताया।
विशिष्ट अतिथि डॉ रविंद्र मंगल ने कहा कि महिलाओं में वैज्ञानिक दृष्टिकोण की शिक्षा के प्रचार प्रसार से ही सावित्रीबाई फुले के सपनों को मंजिल तक पहुंचाया जा सकता है। विशिष्ट अतिथि डॉक्टर फखरुनिशा माही ने सावित्रीबाई फुले के संपूर्ण जीवन परिचय और संघर्षों पर प्रकाश डालते हुए वर्तमान परिप्रेक्ष्य में महिलाओं के समक्ष चुनौतियां और समाधान पर अपना वक्तव्य रखा। स्वागत भाषण समिति के अध्यक्ष डॉक्टर कप्तान चंद ने दिया।
अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की प्रदेश महासचिव डॉक्टर सीमा जैन ने कहा कि आज भी महिलाओं के खिलाफ मनुवादी और रूढ़िवादी सोच चरम पर है इसके खिलाफ महिलाओं को संगठित होकर समानता और महिला अधिकारों के लिए संघर्ष करना होगा। समारोह का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए समिति के कोषाध्यक्ष डॉ राजेंद्र चौधरी ने कहा कि सावित्रीबाई फुले एजुकेशनल एंड सोशल अवेयरनेस समिति सामाजिक, शैक्षणिक सरोकारों के लिए निरंतर प्रयत्नशील रहेगी। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर सतपाल मेहरा ने किया।