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जयपुर Abhayindia.com मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की पहल पर आरयूएचएस को एम्स की तर्ज पर रिम्स के रूप में विकसित किया जाएगा। इस संबंध में की गई बजट घोषणा को मूर्त रूप देने के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों के दल ने चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर के निर्देशानुसार दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की व्यवस्थाओं का अवलोकन किया एवं बैठक कर इस विषय में विस्तार से चर्चा की।
चिकित्सा शिक्षा सचिव अम्बरीष कुमार के नेतृत्व में गए अधिकारियों के दल में राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. धनंजय अग्रवाल और चिकित्सा शिक्षा विभाग की अतिरिक्त निदेशक डॉ. रश्मि गुप्ता शामिल रही।
अधिकारियों के दल ने बैठक में कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई, जिसमें राजस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (RIMS) की परिकल्पना, इसकी संचालन व्यवस्था, वित्तीय प्रबंधन, मेडिकल वैल्यू टूरिज्म को बढ़ावा देने की संभावनाएं और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिए आवासीय सुविधाओं की व्यवस्था जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। इसके अलावा, यह भी विचार किया गया कि किस प्रकार यह नया संस्थान प्रदेश के अन्य 30 मेडिकल कॉलेजों और संपूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं के ढांचे को और बेहतर बनाने में सहायक हो सकता है।
चर्चा के दौरान एम्स की प्रशासनिक प्रणाली, फैकल्टी की नियुक्ति और पदोन्नति की प्रक्रियाओं, वेतनमान और प्रोत्साहन नीतियों के साथ-साथ स्वायत्तता और सरकारी मंजूरी की आवश्यकताओं पर भी विचार किया गया। बैठक में इस बात पर भी मंथन किया गया कि नए संस्थान को प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं की बजाय तृतीयक और चतुर्थक स्वास्थ्य सेवाओं और अनुसंधान पर केंद्रित कैसे रखा जाए, जिससे प्रदेश में उन्नत चिकित्सा सेवाएं सुलभ हो सकें।
नए संस्थान के लिए आवश्यक अधोसंरचना, मानव संसाधन प्रबंधन और कानूनी पहलुओं को लेकर भी विस्तृत चर्चा हुई। एम्स अधिनियम के प्रावधानों को राजस्थान की आवश्यकताओं के अनुरूप कैसे लागू किया जा सकता है, इस पर भी गहन विचार-विमर्श किया गया।राजस्थान सरकार का उद्देश्य है कि यह नया चिकित्सा संस्थान प्रदेश के नागरिकों को उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करे और प्रदेश को चिकित्सा क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाए।
आपको बता दें कि चिकित्सा शिक्षा विभाग में सुधार करने के लिए चिकित्सा विभाग निरंतर नवाचार कर रहा है। हाल ही में निजी अस्पतालों का दौरा कर उनकी व्यवस्थाओं का भी अवलोकन किया गया था। एसएमएस के सभी विभाग अध्यक्षों और प्रोफेसर्स के साथ चिकित्सा शिक्षा सचिव ने खुला संवाद किया था। इसी कड़ी में एम्स दिल्ली का भी दौरा किया गया। बैठक में चिकित्सा शिक्षा सचिव ने आरयूएचएस विश्वविद्यालय में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
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