बीकानेर Abhayindia.com आर्ष न्यास एवं पर्यावरण पोषण यज्ञ समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित राम कथा एवं प्रवचन में आज आचार्य कुलदीप ने उपस्थित दर्शकों के मध्य संगीतमय राम कथा करते हुए श्री राम के व्यक्तित्व एवं उनके जीवन को भारतीय समाज के लिए आदर्श बताया।
उन्होंने कहा कि राम के द्वारा अपने भाइयों का प्रेम, पिता की आज्ञा, माता का सम्मान, धर्म का पालन, अपनी प्रजा की समस्त आवश्यकताओं की पूर्ति का ध्यान रखना सर्वश्रेष्ठ आदर्श की स्थापना है। आज का समाज और युवा वर्ग यदि उनके द्वारा स्थापित आदर्श का पालन कर ले तो निश्चित रूप से भारत संपूर्ण विश्व में अपनी एक अलग पहचान स्थापित कर सकता है। आज श्री राम के साथ सीता माता के विवाह का संगीतमय वर्णन दर्शकों के मन में एक अमिट छाप छोड़ गया। उपस्थित दर्शकों ने भजनों का भी आनंद लिया।
आचार्य प्रद्युम्न एवं आचार्य रवि शंकर ने अपने प्रवचनों में वेदों और उपनिषदों के माध्यम से मनुष्य को सन्मार्ग पर चलने की शिक्षा दी। यदि मनुष्य किसी भी समस्या का समाधान चाहता है तो उसे अपने गुरु या भागवत गीता का आश्रय लेना चाहिए निश्चित रूप से उसकी समस्या का समाधान हो जाएगा। व्यक्ति को एक बालक बनकर अपने गुरु की शरण में जाना चाहिए तथा समस्या को निश्चल भाव से अपने गुरु के समक्ष रखना चाहिए। पर्यावरण पोषण यज्ञ समिति के योगेंद्र कृष्णा ने जानकारी देते हुए बताया कि राम कथा एवं प्रवचन का आनंद सभी सामान्य जन उठा सकते हैं।