








बीकाने abhayindia.com आखातीज अखूट संप़ित्त की कामना का पावन पर्व है। धन-धान्य की समृद्धि के लिए किसान खेतों में अपने बलबूते ‘हबीड़ा’ लगाता है तब कहीं जाकर हमारे घरों में अनाज का भंडार भरता है। शहर के राजस्थानी गीतकार शंकरसिंह राजपुरोहित ने अपने कविगुरु स्व. कानदान कल्पित का गीत ‘उठण दे हबीड़ो’ बीकानेर नगर स्थापना दिवस के अवसर पर लांच किया है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले उन्होंने मजदूर दिवस पर मालदान देपावत ‘मनुज’ का गीत ‘धोरां आळा देस जाग रे’ गीत लांच किया था, जिसे हजारों श्रोताओं ने सुना और सराहा। ‘उठण दे हबीड़ो’ राजस्थानी का पॉपुलर ध्वनि-गीत है। खेत में सूड़ और निनाण करते समय काम में लिए जाने वाले कृषि उपकरण कस्सी और झाड़बड़ की जो ध्वनि निकलती है उसी को सुन-धुनकर कानदान कल्पित ने यह गीत लिखा था। शंकरसिंह राजपुरोहित के साथ गाकर-सुनकर आप भी एक हबीड़ा लगाइए।
यूट्यूब लिंक: https://www.youtube.com/watch?v=wNaHYSW71rA





