








बीकानेर Abhayindia.com मुख्यमंत्री बजट घोषणा की अनुपालना में सत्र 2023-24 के लिए स्वीकृत 25 सीटों पर राजस्थान स्वास्थ्य विश्वविद्यालय के अधीन मास्टर इन पब्लिक हैल्थ कोर्स के संचालन एसपी मेडिकल कॉलेज परिसर में किया जाएगा। सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य एवं नियंत्रक डॉ. गुंजन सोनी ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के अधीन संचालित होने वाले एमपीएच कोर्स का संचालन कॉलेज के पीएसएम विभाग द्वारा किया जाएगा, पीएसएम विभाग ही इस कॉलेज की समस्त शैक्षणिक व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी वहन करेगा।
डॉ. सोनी ने कहा कि पब्लिक हैल्थ कॉलेज के लिए राज्य सरकार द्वारा जोड़बीड़ क्षेत्र में भूमि आंवटित की गई है तथा निर्माण कार्य प्रक्रियाधीन है। इस कॉलेज में एपिडेमियोलॉजी, बायोस्टेटिस्टिक्स एवं डाटा मैनेजमेंट, हैल्थ पॉलिसी एवं मैनेजमेंट, सोशल एवं बिहेवियर साइन्स, एनवायरमेंट हैल्थ, डिजिटल हैल्थ एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग प्रस्तावित है।
पीएसएम विभाग की विभागाध्यक्ष एवं अतिरिक्ति प्राचार्य डॉ. रेखा आचार्य ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में संचालित होने वाली पब्लिक हैल्थ कॉलेज में स्वीकृत एमपीएच कोर्स में प्रवेश प्रक्रिया का निर्धारण राजस्थान स्वास्घ्थ्य विश्वविद्यालय द्वारा चिकित्सा शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार किया जाएगा। इस सत्र में पब्लिक हैल्थ कॉलेज का संचालन प्रधानाचार्य एवं नियंत्रक डॉक्टर गुंजन सोनी की देखरेख में किया जाएगा। डॉक्टर आचार्य ने कहा कि यह कॉलेज हैल्थ केयर डिलिवरी सिस्टम के सुदृढ़ीकरण का कार्य करेगा, इस कॉलेज में स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं के निराकरण के लिए ट्रेनिंग दी जा सकेगी, शोध कार्यों को बढ़ावा मिलेगा, हैल्थ केयर सिस्टम को सूचना प्रौद्योगिकी एवं इकोसिस्टम के संतुलन के साथ जोड़ा जा सकेगा।
आपको बता दें कि प्रवेश प्रक्रिया एवं शुल्क जमा करवाने संबंधित सभी तैयारियां राजस्थान स्वास्थ्य विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित मापदंडों के अनुसार पूर्ण कर ली गई है।
एसपी मेडिकल कॉलेज में एमडी–टीबी एवं रेस्पिरेट्री डिजिज की बढ़ी 6 से 8 सीटें
बीकानेर। सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज में नेशनल मेडिकल कमीशन द्वारा किये गऐ निरिक्षणा के पश्चात कॉलेज में एमडी– टीबी एवं रेस्पिरेट्री डिजिज की 6 से 8 पीजी सीटों पर स्वीकृति प्रदान की गई है। प्राचार्य एवं नियंत्रक डॉ. गुंजन सोनी ने बताया गया की निरिक्षण के दौरान कॉलेज का इन्फ्रास्ट्रक्चर तथा शैक्षणिक गुणवत्ता तथा अनुभव को देखते हुए कमीशन द्वारा 6 से 8 सीटें बढ़ाने का निर्णय लिया गया है, जो कि चिकित्सा जगत में बड़ी उपलब्धि है





