जयपुर Abhayndia.com प्रदेश में गहलोत सरकार की ओर से पारित किए गए राइट टू हेल्थ बिल (Right to Health Bill) के विरोध में निजी अस्पतालों के चिकित्सकों की हड़ताल का अब व्यापक असर देखने को मिलने लगा है। हड़ताल का समर्थन करते हुए रेजिडेंट, सेवारत चिकित्सक और मेडिकल टीचर्स भी आज बिल के विरोध में उतर आए है। इससे निजी और सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा व्यवस्था हांफने लगी है। अस्पतालों में ऑपरेशन टाल दिए गए है। मरीजों को सामान्य उपचार के लिए भी डॉक्टर नहीं मिल रहे। हड़ताल को तोड़ने के लिए सरकार की ओर से किए गए अब तक किए गए प्रयास कारगर नहीं हुए है। चिकित्सक बिल के विरोध में अड़े हुए हैं।
इस बीच, खबर है कि सरकार एक हजार जूनियर रेजीडेंट की भर्ती की जा रही है। रिपोर्टस के मुताबिक, सवाई मानसिंह अस्पताल में करीब तीस प्रतिशत को भर्ती किया जाएगा और शेष जिलों में भी अलग–अलग अनुपात में भर्ती की जाएगी ताकि मरीजों को सही समय पर इलाज मिल सके।
इधर, चिकित्सा विभाग के संयुक्त शासन सचिव इकबाल खान ने निर्देश जारी करते हुए आज सभी चिकत्सकों, मेडिकल स्टाफ और चिकित्सा से जुड़े अन्य कार्मिकों के साप्ताहिक अवकाश और अन्य तरह के अवकाश रद्द कर दिए हैं।