जयपुर Abhayindia.com केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल की ओर से मीरा बाई के पति को लेकर दिए गए बयान को लेकर सियासी पारा हाई हो गया है। कांग्रेस व राजपूत समाज के संगठनों ने कानून मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए माफी मांगने की मांग कर दी है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट कर मेघवाल से माफी मांगने की मांग की है। असल में, मंत्री मेघवाल ने 23 दिसंबर, 2024 को सीकर के पिपराली स्थित श्रीश्याम गौशाला की स्थापना दिवस समारोह के दौरान मीरा बाई को लेकर बयान दिया था।
उन्होंने कहा कि मीरा मेड़ता में जन्मी, शादी चित्तौड़ में हुई। हम सब इतिहास में ऐसा पढते हैं कि मीरा के पति ने उसको तंग किया। ऐसा नहीं है… मीरा के पति एक साल जिंदा रहे, खानवा के युद्ध में उनकी डेथ हो गई। मीरा के पति की डेथ होने के बाद मीरा का जो देवर राणा बना, उसने मीरा से कहा कि मेरे से शादी करो। यहां से झगड़ा शुरू होता है। मंत्री के संबोधन का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद राजपूत समाज ने एतराज जताते हुए उनसे माफी मांगने की बात कही है।
इधर, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की अनन्य भक्त मीरा बाई को लेकर केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल की अर्थहीन टिप्पणी निंदनीय है। सत्ता के घमंड में अनुचित बयानबाजी करके महान संत का अपमान करने वाले भाजपा नेता को अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए।
पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि कानून मंत्री को बड़ा घमंड है। घमंड तो रावण का भी नहीं चला था। कांग्रेस नेता ने अर्जुन राम मेघवाल की ओर से इतिहास में संशोधन वाली टिप्पणी को लेकर एतराज जताते हुए कहा कि आप कौन होते हैं, जो इतिहास को बदल देंगे।