बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। निराश्रित गौवंश के लिए गौशाला निर्माण की मांग को लेकर किए गए आंदोलन के दौरान कांग्रेस नेता गोपाल गहलोत व कार्यकर्ताओं के खिलाफ सदर पुलिस थाने में दर्ज मामले में पुलिस ने जांच के बाद एफ.आर. (अंतिम रिपोर्ट) लगा दी है।
यह मामला नगर निगम बीकानेर के आयुक्त निकया गोहाएन की ओर से 19 जनवरी 2018 को गोपाल गहलोत और कार्यकर्ताओं के खिलाफ सदर थाने में दर्ज कराया गया था। मामले के अनुसार आयुक्त गोहाएन ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि गोपाल गहलोत व अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता 18 जनवरी को नगर निगम कार्यालय आए और तोडफ़ोड़ का प्रयास किया। वाहनों की हवा निकाल दी गई, जिससे उनका अलाईमेंट बिगड़ गया। इस रिपोर्ट के बाद पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी। मामले की जांच तत्कालीन बीछवाल पुलिस थाने के निरीक्षक धीरेन्द्र ङ्क्षसह शेखावत को सौंपी गई। पुलिस ने उक्त मामले की जांच के बाद मामले को अदम वकु (गलतफहमी) मानते हुए एफ. आर. लगा दी।
गौरतलब है कि गौवंश के लिए गौशाला के निर्माण की मांग को लेकर कांग्रेस नेता गोपाल गहलोत के नेतृत्व में एक महीने तक आंदोलन किया गया था। इस दौरान धरना, विरोध प्रदर्शन किए गए। आंदोलन के दौरान ही उक्त मामला दर्ज हुआ था, इसे लेकर सियासी जगत में चर्चा का दौर कई दिनों तक चला।
इस मामले में एफ.आर. लगने के बाद कांग्रेस प्रवक्ता फिरोज भाटी ने कहा है कि उक्त मामला नगर निगम महापौर और सत्ता के दबाव में दर्ज किया गया था, लेकिन निष्पक्ष जांच से दूध का दूध और पानी का पानी हो गया।