







बीकानेर Abhayindiac.com कोरोना संक्रमण होने के बाद मरीजों को दुबारा जांच कराने को लेकर चल रही अटकलों पर अब विराम लग सकता है। खबर यह है कि एक बार आरटीपीसीआर टेस्ट (RT-PCR) में पॉजिटिव पाए गए रोगियों के स्वस्थ होने पर फिर से उन्हें टेस्ट करवाने की जरूरत नहीं है। भारतीय आर्युविज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने यह आदेश जारी किया है। इसे लेकर निदेशक (जन स्वास्थ्य) ने सभी जिला कलक्टर को पत्र लिखा है कि जो आरटीपीसीआर पॉजिटिव रोगी अस्पताल में भर्ती हैं उनको डिस्चार्ज से पहले फिर से टेस्ट करवाने की जरूरत नहीं है।
आईसीएमआर के पत्र के मुताबिक, कोविड-19 के मामलों की वर्तमान स्थिति को देखते हुए जिन रोगियों में बुखार, खांसी के साथ सिर दर्द, गले में खराश, सांस लेने में तकलीफ, बदन दर्द, स्वाद व खुशबू की क्षमता खोना, थकान व दस्त के लक्षण हैं, तो उसे संदिग्ध माना जाएगा। जब तक की किसी अन्य रोग की पुष्टि नहीं हो।
इस बीच, अतिरिक्त निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं ने सभी सीएमएचओ को आदेश जारी किया है कि मरीजों में ऑक्सीजन स्तर गिरने पर इसमें सुधार के लिए प्रोनिंग करना होता है, इसे लेकर जिले के सभी चिकित्साधिकारी, नर्सिंगकर्मी, जीएनएम, आशा व एएनएम को प्रोनिंग थैरेपी का 7 मई को प्रशिक्षण दिया जाएगा, जो इसमें नहीं आ पाते उन्हें 8 मई को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
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