Tuesday, May 14, 2024
Hometrendingपीबीएम अस्‍पताल में ओपन हार्ट सर्जरी शुरू, मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना के तहत...

पीबीएम अस्‍पताल में ओपन हार्ट सर्जरी शुरू, मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना के तहत दो मरीजों की निःशुल्क हुई

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad

बीकानेर Abhayindia.com सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध संभाग के सबसे बड़े अस्पताल पीबीएम के हल्दीराम मूलचंद कार्डियो वेस्क्यूलर सेंटर में लंबे समय पश्चात ओपन हार्ट सर्जरी जिसमें कोरोनरी बाई पास सर्जरी, वॉल प्रत्यारोपण, जन्मजात (कंजनाटइल) हार्ट डिजीज जिसमे दिल के छेद तथा जिसमे रक्त की वहनियों में हार्ट से अशुद्ध व शुद्ध ब्लड का आपस में मिश्रण के उपरांत होने वाली बीमारियों से निजात पाने के लिए कार्डिक सर्जरी की हार्ट सेंटर में स्थापना की जा रही है।

हृदय रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. पिंटू नाहटा ने बताया की इस शृंखला में सर्वप्रथम जोधपुर मेडिकल कॉलेज की टीम के प्रमुख कार्डिक सर्जन डॉ. सुभाष बलारा के सहयोग से स्थानीय कार्डिक सर्जन डॉ. सर्वेश शर्मा की देखरेख में मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत दो मरीजों की पूर्णतया निःशुल्क बाई पास सर्जरी की गई। आपको बता दें कि दोनों मरीज अति निर्धन थे जो की बीकानेर से बाहर जाकर उपचार करवाने में असमर्थ थे। ऐसे दोनों मरीजों को मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना का लाभार्थी होने के कारण जीवनदान मिला है। डॉ नाहटा ने बताया कि मुख्यमंत्री बजट घोषणा के अंतर्गत हल्दीराम कार्डिक सेंटर को सेंटर फॉर एक्सीलेंस बनाने के क्रम में कार्डिक विभाग में अतिआधुनिक उपकरण स्थापित हूए है जिसमें प्राचार्य डॉ. गुंजन सोनी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

सेंटर फॉर कार्डिक एक्सीलेंस में प्रयोग आएगें ये अतिआधुनिक उपकरण

1. हृदय रोग के विभागाध्यक्ष डॉ. नाहटा ने बताया कि इस सेंटर में ओसीटी मशीन की स्थापना से इमेज गाइडेड आधुनिकतम एन्जिओप्लाटी एवं स्टेंटींग की सुविधा बीकानेर में शुरू हो गई है।

2. इकमो मशीन : इस मशीन के द्वारा कार्डिक अरेस्ट के मरीज जिसमें ब्लड प्रेशर एवं श्वास दोनो ही बंद हो चुके हो ऐसी स्थिति में मरीज को इकमो मशीन की सहायता से उसे कृत्रिम श्वास एवं हार्ट की पंपिंग शुरू होने के उपरांत मुख्य नाडी के ब्नॉकेज को एन्जिओप्लास्टी एवं स्टंटींग के द्वारा हटाकर पुनः मरीज को जीवन दान दिया जाना संभव होगा।

3. बेलून पंप एवं पेसमेकर जिससे अति गंभीर रोगीयों को कृत्रिम हृदय की गति तथा पंपिंग का सपोर्ट मिलने में सहायता होगी।

4. थ्री डी मैंपिंग मशीन इसके द्वारा हृदय की अनियंत्रित गति को रेडियो फ्रिक्वेंशी एबलेशन द्वारा मरीजों को सामान्य किया जाना संभव होगा।

5. एनजिओ जैट : इस मशीन द्वारा पैरो की नाड़ीयों (वेन्स) में आए हुए ब्लड के थक्के को मशीन की सहायतता से हटाया जा सकेगा जिससे डीवीटी एवं पल्मोनरी एम्बोलिजम का पूर्ण उपचार संभव होगा।

6. कार्डिक सर्जरी से उपरोक्त संबंधित उपकरण जिनके फलस्वरूप वर्तमान में बीकानेर में कार्डिक सर्जरी की शुरूआत हुई।

एसपी मेडिकल कॉलेज प्राचार्य एवं नियंत्रक डॉक्टर गुंजन सोनी के कार्यकाल में उनके द्वारा किए जा रहे स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी विकास कार्यों की श्रृंखला में बीकानेर में सेंटर फॉर कार्डिक एक्सीलेंस एवं कार्डिक सर्जरी की शुरुआत एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, प्राचार्य डॉक्टर सोनी ने बताया की राज्य सरकार के निर्देश से कार्डिक सर्जरी से जुड़ी सेवाएं नियमित रूप से जारी रहेगी तथा हार्ट सेंटर में हृदय रोगीयों को अतिआधुनिक उपचार मिलना संभव होगा।

डॉक्टर डीके अग्रवाल चिकित्सा अधिकारी एवं प्रभारी हल्दीराम कार्डिक सेंटर ने कार्डिक बाई पास सर्जरी के लिए सभी प्रकार की औपचारिकताएं पूर्ण करवाई एवं सर्जरी से जुड़ी संपूर्ण व्यवस्थाएं की।

ये रहे ऑपरेशन दल के मुख्य सहयोगी : जोधपुर मेडिकल कॉलेज की टीम में डॉक्टर सुभाष बलारा सह आचार्य सीटीवीएस, डॉक्टर शिखा सोनी सह आचार्य निश्चेतन विभाग, डॉक्टर गायत्री तंवर सहायक आचार्य निश्चेतन विभाग, माधो सिंह परफुजनिस्ट, तथा ओटी स्टाफ आसिफ इकबाल, दिलीप कुमार, रेखाराम, आईसीयू स्टाफ हरी सिंह, राजेंद्र आदि शामिल थे। बीकानेर मेडिकल टीम में डॉक्टर अनिता पारीक विभागाध्यक्ष एनिस्थिसिया, डॉक्टर विशाल, डॉक्टर जिग्नेश, डॉक्टर शुभम, डॉक्टर मोहित आदि उपस्थित थे। इसके अतिरिक्त सर्जरी विभाग के सहायक आचार्य डॉक्टर सुंदर किशोर, डॉक्टर रामशरण, डॉक्टर सुधांश खत्री, डॉक्टर कमल मोहता तथा सीटीवीएस विभाग के स्टाफ रिजवान, शशि शर्मा, भरत शर्मा, अमित साध सहित अन्य स्टाफ का भी विशेष सहयोग रहा।

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad
Ad
- Advertisment -

Most Popular