बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। तीन दशक पहले 26 मई 1986 को धोलाधार में बर्फीले तूफान में लापता हुए बीकानेर के तीन साहसी पर्वतारोही अरविन्द बोड़ा, भानू सोनी एवं सूर्यप्रकाश सुथार की याद में शुक्रवार को यहां धरणीधर रंगमंच में स्मृति सभा रखी गई। सभा में वक्ताओं ने तीनों पर्वतारोहियों के साहस को सलाम करते हुए कहा कि उनकी स्मृतियां हमारे जेहन में हमेशा जिंदा रहेगी।
धरणीधर ट्रस्ट के सचिव एवं कार्यक्रम संयोजक जितेन्द्र आचार्य ने बताया कि स्मृति सभा का आयोजन धरणीधर भक्त मंडल, धरणीधर ट्रस्ट, श्रीजी उपासना संगम, श्रीजी धूमावती माता ट्रस्ट, सनातन धर्म सत्संग मंडल, मॉडर्न विचार मंच, राजस्थान पुष्टिकर यूथ विंग, आचार्य बटालियन, प्रखर परोपकार मिशन, मुक्ति संस्था, राजस्थान ब्राह्मण महासभा, पुष्करणा युवा मंच सहित 21 सामाजिक संस्थाओं के संयुक्त तत्वावधान में रखा गया। सभा में संस्थाओं के पदाधिकारियों ने लापता पर्वतारोहियों के तैलचित्र पर माल्यार्पण कर उनके साहस को नमन किया। इस अवसर पर वृन्दावन से आए हुए संत देवेन्द्र स्वरूप ब्रह्मचारी एवं विद्वान एवं उपासक पं. घनश्याम आचार्य ने इन तीनों लापता पर्वतारोहियों की याद में धरणीधर महादेव का रूद्राभिषेक किया।
भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रामकिसन आचार्य ने कहा कि तीनों पर्वतारोहियों ने पर्वतारोही मगन बिस्सा के सानिध्य में पर्वतारोहण के गुर सीखे तथा एवरेस्ट चढ़ाई के दौरान 26 मई 1986 को धोलाधार की पहाडिय़ों में बर्फीले तूफान की चपेट में आकर लापता हो गए। सभा में राजस्थान पुष्टिकर यूथ विंग के प्रदेशाध्यक्ष बी. जी. बिस्सा, सचिव सुभाष, गिरिराज बिस्सा, दिनेश चूरा, उपमहापौर अशोक आचार्य, श्रीराम रामावत, केशव पुरोहित, ठाकुर जीवराज सिंह भाटी, जीतू सिंह बाजीगर, गजानन्द बिस्सा, जे. के. आचार्य, मॉडर्न विचार मंच के जयगोपाल बिस्सा, गणेश सोनी, सत्यनारायण सोनी, बाबूलाल सुथार, अनिल सुथार, फूसाराम स्वामी, धरणीधर पर्यावरण समिति के दुर्गाशंकर आचार्य, नरेन्द्र आचार्य, अभिषेक आचार्य, मनमोहन पुरोहित, डॉ. ओमनारायण पुरोहित, डॉ. राजेन्द्र आचार्य, भैरूदान सिंह भाटी, बृजमोहन पुरोहित, धरणीधर मंदिर पुजारी पवन सेवग, प्रकाश बोड़ा, मयंक आचार्य, सा.नि.ीि. के अधीक्षण अभियंता बसंत आचार्य, हड़मानदास सेवग, बुला महाराज, सुशील आचार्य, मुकुन्द नारायण बिस्सा, राजकुमार बोड़ा सहित बड़ी संख्या में विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद थे। इस अवसर पर स्मरण सभा के अंत में सभी उपस्थित जनों ने दो मिनट का मौन रखकर लापता पर्वतारोही अरविन्द बोड़ा, भानू सोनी, सूर्यप्रकाश सुथार को याद किया।