जयपुर Abhayindia.com जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री कन्हैया लाल ने शुक्रवार को विधानसभा में कहा कि राज्य सरकार द्वारा खराब पड़े ट्यूबवैलों की मरम्मत और सार-संभाल के लिए लम्बे समय बाद मिस्त्रियों की भर्ती की जा रही है। साथ ही मरम्मत के लिए काम आने वाली मशीनों को भी ठीक कराया गया है। पहले ट्यूबवैलों और हैण्डपम्पों की समुचित सार-संभाल नहीं हो पाती थी और खराब होने पर नाकारा घोषित कर दिया जाता था। उन्होंने आश्वस्त किया कि पूरे प्रदेश में ठीक हो सकने वाले सभी नलकूपों और हैण्डपम्पों को ठीक कराया जाएगा।
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा खराब ट्यूबवैलों को फिर से कार्यशील स्थिति में लाने के लिए विशेष तौर पर प्रयास किये जा रहे हैं। इससे दोबारा ट्यूबवैल खोदने और नए बिजली के कनेक्शन लेने में खर्च होने वाले व्यय में कमी आएगी। उन्होंने जानकारी दी कि राज्य सरकार द्वारा इस वर्ष बजट में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 2 वर्षों में 20 हैण्डपम्प और 10 ट्यूबवैल लगाने की घोषणा की गई है।
इससे पहले विधायक धर्मपाल के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र खेतड़ी में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा कुल 2 कस्बे खेतड़ी एवं गोठड़ा तथा 44 ग्राम पंचायतों के अंतर्गत 129 ग्राम में 75 पेयजल योजनाओं का संचालन एवं संधारण विभाग द्वारा किया जाता है। शहरी जल योजना खेतड़ी एवं गोठड़ा के अंतर्गत कुल 11 नलकूप स्थापित हैं, जिनमें से 10 नलकूप क्रियाशील हैं तथा 01 नलकूप सूखा होने के कारण नकारा है। ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 251 विभागीय नलकूप स्थापित हैं, जिनमें से 220 नलकूप क्रियाशील है तथा 31 नलकूप सूखा होने के कारण नकारा है। उन्होंने इनका विवरण सदन के पटल पर रखा।
उन्होंने बताया कि क्षेत्र में विभागीय पेयजल योजनाओं पर मरम्मत योग्य खराब नलकूपों को नियत समयावधि में मरम्मत कर उपयोग में लिया जा रहा है।