Friday, September 20, 2024
Hometrendingविधि विद्यार्थी संविधान के सजग प्रहरी : न्यायाधिपति डॉ. पुष्पेन्द्र सिंह भाटी

विधि विद्यार्थी संविधान के सजग प्रहरी : न्यायाधिपति डॉ. पुष्पेन्द्र सिंह भाटी

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad

बीकानेर Abhayindia.com आज के विधि विद्यार्थी कल के भारत के संविधान का भविष्य है। सही अर्थों मे संविधान के सजग प्रहरी है। यह उद्गार राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधिपति डॉ. पुष्पेन्द्र सिंह भाटी ने मुख्य वक्ता के रूप में ब..सि. रामपुरिया जैन विधि महाविद्यालय तथा बार एसोसिएशन, बीकानेर के संयुक्त तत्वावधान में विधि के बदलते आयाम विषय पर महाविद्यालय परिसर में आयोजित विस्तार व्याख्यान में कही।

मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए न्यायाधीश डॉ. पुष्पेन्द्र सिंह भाटी ने विधि विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि विधि विद्यार्थी ही आगामी समय में संविधान के सच्चे वाहक है। न्यायाधिपति डॉ. भाटी ने अपने उद्बोधन में कहा कि विधि के क्षेत्र में अपार सम्भावनाएं है जिसमें विशेष रूप से महिलाओं के लिए यह क्षेत्र अपार सम्भावनाओं से युक्त है। इसलिए विधि विद्यार्थियों को वर्तमान समय के साथ रहते हुए तकनीक का उपयोग करते हुए इकन्टेन्ट के साथ अपने को अपडेट करते हुए आगे बढना चाहिए।

न्यायाधिपति भाटी ने विद्यार्थियों को आर्टिफिशियल इन्टेलिजेंसी तथा न्यायालयों की लाइव स्ट्रीमिंग के साथ अपने को जोड. कर सोशियल मीडिया का सदुपयोग करते हुए बदलाव लाने की बात कही। उन्होंने यह भी कहा कि तकनीक के साथ उसकी चुनौतियां भी आती है इसलिए विद्यार्थियों को नई चुनौतियों को स्वीकार करते हुए आगे बढने का प्रयास करना चाहिए। विधि विद्यार्थियों का आह्वान करते हुए कहा कि जिस प्रकार से विभिन्न विधियों में आज के समय में बदलाव हुआ है। विद्यार्थियों को समय के साथ इन सभी विधियों का अद्यतन ध्यान रखा जाना आवश्यक है। कुछ सामाजिक विषयों पर भी चिन्तन तथा वादविवाद तथा सेमिनारों के माध्यम जन चेतना जागृत करने का प्रयास निरन्तर करते रहना चाहिए।

केशवानन्द भारती बनाम केरल राज्य के अति महत्तवपूर्ण मामले में जस्टिस मेथ्यू द्वारा दिए गए वक्तव्य का उल्लेख करते हुए न्यायाधिपति भाटी ने कहा कि संविधान का भाग 3 मौलिक अधिकारों वाला भाग एक ऐसे खाली बरतन जैसा है जिसे किस प्रकार भरा जाना है तथा कितना भरा जाना है यह तय करने का अधिकार आम जन तथा विधि क्षेत्र से जुडे हुए व्यक्तियों पर है। आज का समाज विभिन्न विषयों पर विधि विशेषज्ञों की तरफ देख रहा है अतः विधि से जुडे. हुए सभी व्यक्तियों को समाज के जागरूक नागरिक के रूप में अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान सुनिश्चित करना उनका दायित्व है।

विस्तार व्याख्यान की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अनन्त जोशी ने की। स्वागताध्यक्ष के रूप में महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के उप कुलसचिव डॉ. बिठ्ठल बिस्सा, विशिष्ट अतिथि के रूप में बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट विवेक शर्मा, बार काउंसिल ऑफ राजस्थान के सदस्य एडवोकेट कुलदीप शर्मा, बार एसोसिएशन के स्पीकर एडवोकेट मुमताज अली भाटी तथा मदन मोहन अत्रे, न्यायाधीश, वाणिज्यिक न्यायालय थे। कार्यक्रम की शुरूआत अतिथियों के द्वारा मॉं सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्वलित करके हुई।

इससे पूर्व अपने स्वागतीय उद्बोधन में महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के उप कुलसचिव डॉ. बिठ्ठल बिस्सा ने न्यायाधीश डॉ. भाटी तथा मंचासीन अतिथियों का स्वागत करते हुए महाविद्यालय के गौरवमयी इतिहास के बारे में अतिथियों को अवगत कराया। न्यायाधिपति डॉ. पुष्पेन्द्र सिंह जी भाटी का परिचय न्यायाधीश, वाणिज्यिक न्यायालय श्री मदनमोहन अत्रे के द्वारा दिया गया।

व्याख्यान में बार काउंसिल ऑफ राजस्थान के सदस्य एडवोकेट कुलदीप शर्मा, बार एसोसिएशन, बीकानेर के अध्यक्ष एडवोकेट विवेक शर्मा तथा बार एसोसिएशन, बीकानेर के स्पीकर एडवोकेट मुमताज अली भाटी ने भी अपने विचार रखे। व्याख्यान में अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अनन्त जोशी ने माननीय न्यायाधिपति डॉ. पुष्पेन्द्र सिंह भाटी का आभार व्यक्त किया तथा न्यायाधिपति भाटी को विश्वास दिलाया कि महाविद्यालय के विद्यार्थी संविधान की मूल आत्मा तथा प्रावधानों के अनुरूप सजग प्रहरी के रूप में कार्य करने का प्रयास करेंगे।

कार्यक्रम में राजकीय विधि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. भगवानाराम विश्नोई, ज्ञान विधि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. भंवर विश्नोई, रामपुरिया महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. पंकज जैन, सिस्टर निवेदिता कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रीतेश व्यास, विभिन्न महाविद्यालयों के व्याख्यातागण, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रे्ट, बीकानेर मुकेश सोनी, सिविल न्यायाधीश अनुभव तिवारी, वरिष्ठ अधिवक्ता बिहारी सिंह राठौड., वरिष्ठ अधिवक्ता श्याम लदरेचा, बार एसोसिएशन के सचिव एडवोकेट राजपाल सिंह, उपाध्यक्ष एडवोकेट घनश्याम जनागल, वरिष्ठ अधिवक्ता ओम हर्ष, एडवोकेट अविनाश व्यास, एडवोकेट लेखराज, एडवोकेट संदीप स्वामी, एडवोकेट विक्रम सिंह राठौड., एडवोकेट तेजकरण सिंह, एडवोकेट मनोज विश्नोई सहित बीकानेर बार एसोसिएशन के अधिवक्तागण विभिन्न महाविद्यालयों के विधि विद्यार्थी तथा अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के व्याख्याता डॉ. रीतेश व्यास ने किया।

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad
Ad
- Advertisment -

Most Popular