अभय इंडिया डेस्क.
चारा घोटाले में सजा सुनाए जाने के बाद लालू प्रसाद यादव के जेल जाने से पहले ही उनके दो खास सेवादार खुद पर फर्जी मामला बनाकर जेल पहुंच गए। यह मामला मीडिया में उजागर होने के बाद अब प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। उधर, भाजपा सहित अन्य विरोधी दलों ने इस मामले को लेकर लालू की जमकर आलोचना शुरू कर दी है।
मामले के मुताबिक लालू प्रसाद यादव के खास रसोइये लक्ष्मण महतो और सहायक मदन यादव मनगढ़ंत अपराध में जेल पहुंच गए। इस मामले में अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। जनता दल यू नेता ने इस खबर के सामने आने के बाद लालू की जमकर आलोचना की है। पार्टी प्रवक्ता नीरज कुमार ने पटना में कहा कि लालू यादव सामंती मानसिकता के व्यक्ति हैं और निजी स्वार्थ के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।
सूत्रों ने बताया कि लालू प्रसाद यादव को सजा का फैसला सुनाए जाने से महज कुछ घंटे पहले ही उनके रसोइये और एक सहायक को रांची जेल में भेज दिया गया था। दोनों ने अपने पड़ोसियों को खुद के खिलाफ पुलिस में शिकायत देने के लिए प्रोत्साहित किया था। बाद में दोनों ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया और जेल पहुंच गए। इस बीच राजद नेता शक्ति सिंह यादव ने आरोप को खारिज करते हुए लक्ष्मण महतो व मदन यादव की जेल में मौजूदगी को संयोग बता दिया है।