







बीकानेर hellobikaner.in गणगौरी तीज पर गुरुवार को महिलाओं व बालिकाओं के सबसे लोकप्रिय गणगौर पर्व के कारण मरुनगर व संस्कृृति के अनूठे संगम से सराबोर रहता है। करोना महामारी के डर के बावजूद मास्क का उपयोग करते हुए गणगौर का सा श्रृृंगार किए हुए महिलाओं व बालिकाओं ने पूजन सामग्री का विसर्जन किया। बालिकाओं ने नाचते गाते हुए जहां गणगौर के साथ कोरोना से विदाई के भी गीत गाए तथा गौरी देवी (पार्वती) व ईसर (भगवान शिव) व भाइए के रूप् में विध्न व दुःख और संकटहर्ता भगवान गणेश से कोरोना की महामारी से परिवार, समाज व देश का बचाने की प्रार्थना की।
जस्सूसर गेट के अंदर मोहता कुआं, चौतीना कुआं, नया कुआं, अमरसर कुआं, गंगाशहर व भीनासर आदि स्थानों पर बालिकाओं व महिलाओं ने होली की राख से बनी पिंडलियों, शीतलाष्टमी को बोए जवांरे और घु़ड़ले का विसर्जन किया। कई बालिकाएं व महिलाएं शुक्रवार को पूजन सामग्री का विसर्जन करेंगी। पर्व के दौरान गाए जाने वाले गीतों की स्वर लहरियां, भक्ति भाव के साथ गणगौर-ईसर का पूजन, श्रृृंगार व भोग में आठ से साठ साल तक की महिलाएं मनोयोग, उत्साह व उमंग सक्रिय भागीदारी निभाई।




