







बीकानेर Abhayindia.com विश्व थैलेसीमिया दिवस पर गुरुवार को जस्सूसर गेट के बाहर डॉ. श्याम अग्रवाल चिल्ड्रन अस्पताल व अनुसंधान केन्द्र में निःशुल्क जांच व परामर्श शिविर आयोजित किया गया। शिविर में उपस्थित अभिभावकों को रोग के लक्षण, बचाव व उपचार के बारे में जानकारी दी गई।
डॉ. श्याम अग्रवाल ने बताया कि थैलेसीमिया में हीमोग्लोबिन व रक्त कम बनता है जिससे बच्चों में थकान, कमजोरी, सांस फूलना, त्वचा का पीला होना, चेहरे की हड्डी की विकृति, धीमी वृद्धि और पेट में सूजन के साथ पीलिया और पित्त पथरी, आयरन ओवरलोड, हृदय विफलता और वृद्धि में बाधा आदि शामिल है।
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि बीकानेर की सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज सहित राज्य के सभी अस्पतालों में थैलेसीमिया का इलाज निशुल्क किया जाता है। कुछ निजी अस्पतालों में इलाज की सुविधा है। इसका एकमात्र उपचार 2 से 10 वर्ष की आयु के बीच एक एच.एल.ए मिलान भाई-बहन व दाता के साथ किया जाता है। यानी किसी नजदीकी रिश्तेदार के खून मिलान होने पर हड्डी से बोन मैरो प्रत्यारोपण के माध्यम से सबसे अच्छा इलाज किया जाता है।
उन्होंने ट्रांसफ्यूजन, आयरन चेलेशन, सहायक उपचार, दवाएं और उपचार विकल्प के बारे में भी बताया। अभिभावकों की जिज्ञासाओं को दूर करते हुए रोगी व उनके अभिभावकों के मनोबल को बढ़ाया तथा कहा कि योग्य चिकित्सक की सलाह से नियमित इलाज कराने से यह रोग ठीक हो सकता है।



