अभय इंडिया डेस्क. तमिलनाडु पुलिस ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए समर्थन जुटाने के लिए निकाली गई रामराज्य रथ यात्रा में शामिल तीन सौ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इसके अलावा यात्रा में शामिल करीब पचास मोटरसाइकिलें भी जब्त कर ली है। पुलिस ने आम जनजीवन में बाधा डालने के आरोप में यह कार्रवाई की है।
गौरतलब है कि इस यात्रा का आयोजन विश्व हिन्दू परिषद के समर्थन से किया जा रहा है। तमिलनाडु में डीएमके समेत कुछ मुस्लिम संगठनों ने इस यात्रा का विरोध किया था। विरोधी पार्टियां दावा कर रही हैं कि यात्रा के चलते सांप्रदायिक सद्भाव प्रभावित होगा। इससे पहले 21 मार्च को यात्रा के खिलाफ विरोध करने पर विपक्ष के नेता एम. के. स्टालिन सहित 75 विधायकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। उधर, मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने यह कहते हुए यात्रा को मंजूरी देने के फैसले का बचाव किया था कि सभी धर्मों को समान अधिकार मिले हुए हैं और विपक्ष इसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रहा है। पुलिस ने जिन लोगों पर एफआईआर दर्ज किया है वे लोग वीएचपी, हिन्दू मुन्नी और दूसरे संगठनों से जुड़े हुए हैं।
बता दें कि 21 मार्च को जब रामराज्य यात्रा रामेश्वरम में लोगों बड़े उत्साह के साथ इसका स्वागत किया था। रामेश्वरम के प्रसिद्ध भगवान रंगनाथस्वामी मंदिर के पास रथ यात्रा के पहुंचने पर एक जनसभा का आयोजन किया गया। सभा को विश्व हिन्दू परिषद तथा अन्य हिंदू संगठनों के नेताओं और आयोजकों ने संबोधित किया।
भाजपा की तमिलनाडु इकाई ने द्रमुक और अन्य राजनीतिक दलों पर विहिप समर्थित राम राज्य यात्रा का विरोध कर राज्य में कानून एवं व्यवस्था को हाथ में लेने का आरोप लगाया। कोयम्बटूर में संवाददाताओं से बातचीत में भाजपा नेता तमिलिसाइ सुंदरराजन ने कहा कि चार राज्यों के बाद यात्रा शांतिपूर्ण तरीके से तमिलनाडु पहुंची है लेकिन राज्य में विपक्षी दल सड़कों पर आ गए हैं, और बिना वजह इस यात्रा का विरोध कर रहे हैं।