बीकानेर Abhayindia.com वेटरनरी विश्वविद्यालय के प्लेसमेन्ट सैल की ओर से पशुचिकित्सा क्षेत्र में उद्यमशीलता की संभावनाएं एवं उद्यमशीलता के विचारो का प्रतिपादन विषय पर एक विशेषज्ञ सत्र का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विष्णु शर्मा ने कहा कि वेटरनरी स्नातकों को आज उद्यमशीलता की और सोचने की जरूरत है क्योंकि वेटरनरी क्षेत्र में रोजगार की विपुल संभावनाएं है हमें केवल अपने दृष्टिकोण को उद्यमशीलता के प्ररिपेक्ष्य में बदलना होगा।
इसके लिए वेटरनरी विश्वविद्यालय के तीनों महाविद्यालय में लाईक्स केन्द्रों को स्थापित किया है ताकि विश्वविद्यालय में उद्यमशीलता के वातावरण को बढ़ावा दिया जा सके एवं विद्यार्थियों को पशुचिकित्सा के क्षेत्र में उद्यमशीलता के विभिन्न आयामों से अवगत करवाया जा सके। कार्यक्रम में आई.पी.एस. हर्षवर्धन अग्रवाल ने कहा कि पशुपालन का देश के विकास में बहुत बड़ा योगदान है और इस क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाए है एवं विद्यार्थियों का भविष्य सुनहरा है। हमें पशुपालन क्षेत्र में उद्यमिता के लिए विद्यार्थियों को जागरूक करना चाहिए।
मुख्य वक्ता डॉ. पल्लवी चौधरी ने विद्यार्थियों को उद्यमिता, स्टार्टअप एवं इनक्यूबेशन के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि विद्यार्थियों के लिए यह आवश्यक है कि केवल पढऩे व लिखने वाले मानसिकता की बजाय शोध एवं सिखने की मानसिकता पर विचार करें। प्रो. संजीता शर्मा, अधिष्ठाता, पी.जी.आई.वी.ई.आर., जयपुर, प्रो. सुभाष गोस्वामी, प्रो. राजेश कुमार धूडिय़ा, प्रो. हेमंत दाधीच, प्रो. राजीव जोशी, संचालन प्लेसमेन्ट सैल समन्वयक डॉ. सुरेश कुमार झीरवाल ने किया गया।