Sunday, November 24, 2024
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डीपीसी व काउंसलिंग में देरी से कर्मचारी आक्रोशित, धरना आठवें भी जारी, जानें- क्‍या बोले कर्मचारी नेता आचार्य…

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बीकानेर Abhayindia.com शिक्षा निदेशालय के सामने मंत्रालयिक संवर्ग की डीपीसी एवं काउंसलिंग की मांग को लेकर प्रदेशाध्यक्ष कमल नारायण आचार्य एवं प्रदेश संस्थापक मदन मोहन व्यास के नेतृत्व में शिक्षा विभागीय कर्मचारी संघ का अनिश्चितकालीन धरना सोमवार को आठवें दिन भी जारी रहा। डीपीसी व काउंसलिंग में हो रही देरी के चलते कर्मचारियों में आक्रोश भी बढ रहा है।

प्रदेशाध्यक्ष कमल नारायण आचार्य ने बताया कि राज्य सरकार के द्वारा केडर रिव्यु से मूल पदों को ही संशोधित कर दिया गया है अतः इस आधार पर 01.04.2017 को संशोधित किए गए पदों के अनुसार 01.04.2017, 01.04.2018, 01.04.2019, 01.04.2020, 01.04.2021, 01.04.2022 एवं 01.04.2023 तक की डीपीसी को रिव्यु किया जाकर आदेश प्रसारित किये जावे ताकि उक्त वर्षों में पात्र कार्यरत कर्मचारियों एवं सेवानिवृत कर्मचारियों को पदौन्नति का लाभ प्राप्त हो सके  तत्पश्चात् ही 2024-25 की नियमित डीपीसी की जावे जिसमें नवसृजित जिलों में नवसृजित पदों के तथ्यों को अवगत कराते हुए मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, शिक्षा मंत्री सहित उच्च स्तरों को ईमेल के द्वारा आज पत्र भेजकर पुरजोर मांग की गई है। उल्लेखनीय है कि स्कूल शिक्षा विभाग में संस्थापन अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी, अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी, (निदेशालय स्तर पर) सहायक प्रशासनिक अधिकारी, वरिष्ठ सहायक (मण्डल स्तरों पर) एवं कनिष्ठ सहायक के पदों की (जिला स्तरों पर) रिव्यु एवं नियमित डीपीसी  की जानी है।

आचार्य ने यह भी बताया कि यह भी मांग की गई है कि लोक सेवा आयोग से चयनित 1986 के कार्मिकों के प्रकरणों, पंचायत राज विभाग से आये कार्मिकों के प्रकरणों एवं दिव्यांगजनों के प्रकरणों को भी निस्तारित किया जावे ताकि कोई भी योग्य कार्मिक पदौन्नति के लाभ से वंचित नहीं रहे। साथ ही पदस्थापन में आॅनलाईन काउंसलिंग प्रक्रिया के सम्बन्ध में आदेश अविलम्ब जारी किये जाकर शत प्रतिशत पदों को प्रदर्शित कर, आदेश प्रसारित करना सुनिश्चित किये जाने की मांग की गई है।

सोमवार को धरने पर मदन मोहन व्यास प्रदेश संस्थापक, कमलनारायण आचार्य प्रदेशाध्यक्ष, ओम प्रकाश बिश्नोई, रामचन्द्र बाल्मिकी, जितेन्द्र गहलोत, रामफूल मीणा, लक्ष्मीनारायण बाबा, राजेश पारीक, माधोसिंह राजपुरोहित, कमलकिशोर बिस्सा, कमल पंवार, मुरारी ठाकुर, मोहित बन आदि बैठे।

धरने के समर्थन में राजेश व्यास, भूपेन्द्र सिंह चैहान, मनीष शर्मा, घनश्याम सांखला, जगदीश सिंह, मदन सिंह, नवरतन जोशी, बंशीलाल जोशी, सिकन्दर अली, मनोज पुरोहित, कैलाश चन्द, विष्णुदत पुरोहित, शिवकुमार, कैलाश ओझा, फिरोज अली, बालमुकुन्द, अजमल हुसैन, एच.तरूण कुमार, विनय गोस्वामी, कमल नयन सिंह, रामरतन व्यास आदि शामिल हुए।

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