








बीकानेर abhayindia.com कोरोना आपदा के चलते बीकानेर सहित देश भर में 21 दिन का लॉकडाउन है। इस कारण वाहन बंद है और लोगों को अपने घरों में ही रहने के लिए कहा गया है। अधिकांश वाहन नहीं चल रहे हैं। इस कारण बीकानेर जिले में वायु प्रदूषण के स्तर में काफी कमी आई है।
प्रदेश की वायु गुणवत्ता सूचकांक 84 दर्ज की गई है। इनमें सबसे ज्यादा सुधार बीकानेर, उदयपुर, श्रीगंगानगर जिले में देखने को मिला है। बीकाने र-पीएम 2.5 का स्तर -2 दर्ज किया गया है, जो कि प्रदेश में सबसे ज्यादा बेहतर है।
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उल्लेखनीय है कि यह प्रदूषण मुख्य रूप से दोपहिया और चौपहिया वाहनों से होता है। यह लॉकडाउन की वजह से बंद है। साथ ही अधिकांश फैक्ट्रियां बंद पड़ी है। इस कारण वायु प्रदूषण में गिरावट दर्ज की गई है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी प्रेमा लाल के मुताबिक पूरे देश में लॉकडाउन चल रहा है। इसमें अधिकांश वाहनों का चलना बंद है लोग घरों में है। फैक्ट्रियां भी बंद है। इस कारण प्रदूषण पर रोक लगी है। इससे वायु प्रदूषण का स्तर बीकानेर जिले में काफी गिरा है।
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वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. अबरार अहमद पंवार का कहना है कि वायु प्रदूषण आम व्यक्ति के लिए काफी घातक है और यह आंखों के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक होता है, सांस लेने में भी काफी दिक्कत आती है, लेकिन लॉकडाउन के दौर में वायु प्रदूषण के स्तर में गिरावट आने से अच्छा संकेत है।
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