जयपुर Abhayindia.com इस साल का दूसरा एवं आखिरी सूर्यग्रहण आज हो रहा है। ये आंशिक ग्रहण है, जो शाम 4.32 बजे से शुरू होगा और शाम 6.32 बजे समाप्त होगा।
आपको बता दें कि सूर्य ग्रहण से पहले ही तड़के 4.15 बजे से सूतक लग गया। वैज्ञानिकों के अनुसार, ग्रहण एक खगोलीय घटना है जो कि दूर अंतरिक्ष में घटती है लेकिन, वैदिक धर्म की माने तो ग्रहण का असर हमारे जीवन पर पड़ता है। इसलिए ग्रहण काल में कई चीजों का ध्यान रखने को कहा जाता है। मान्यता है कि ग्रहणकाल के दौरान न तो कोई भी शुभ काम किए जाते हैं और ना ही मूर्ति पूजा की जाती हैं।
मान्यता के अनुसार, ग्रहणकाल में क्या नहीं करें…
- तुलसी के पौधे को नहीं छुए।
- कैंची का प्रयोग न करें।
- फूलों को न तोड़े
- बालों और कपड़ों को साफ न करें
- दातुन या ब्रश न करें
- गाय, भैंस व बकरी का दोहन न करें।
- भोजन नहीं करें।
- भगवान की मूर्तियों को हाथ ना लगाएं।
- झगड़ा ना करें।
- बुराई ना करें।
- शुभ काम ना करें।
- यात्रा नहीं करें।
- गर्भवती महिलाएं घर से बाहर नहीं निकलें।
ग्रहणकाल में इन मंत्रों का जाप करें…
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय: नम:
ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते,
अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर:।
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।।
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