बीकानेर Abhayindia.com राजकीय बालिका गृह की बालिकाओं के लिए शतरंज प्रशिक्षण शिविर गुरुवार को प्रारंभ हुआ। जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल की पहल पर शुरू हुए इस शिविर में जिला शतरंज संघ की ओर से प्रशिक्षिका उषा ओझा द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने कहा कि बालिकाओं के मानसिक विकास में शतरंज की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। शिक्षा के साथ सह शैक्षणिक गतिविधियों से इन्हें आगे बढ़ने के अवसर मिलेंगे और बालिकाओं में सकारात्मक भावना का संचार होगा। उन्होंने कहा कि अन्य केंद्रों पर भी ऐसे शिविर आयोजित किए जाएंगे। इसके बाद इनके बीच स्पर्धाओं का आयोजन किया जाएगा।
स्थाई लोक अदालत के अध्यक्ष महेश शर्मा ने कहा कि शतरंज को स्कूली खेलों में शामिल कर लिया गया है। इससे आगे बढ़ने के भरपूर अवसर मिलेंगे। यह शिविर समय के बेहतर उपयोग की दृष्टि से भी लाभदायक साबित होगा।
शतरंज संघ के एडवोकेट एस.एल. हर्ष ने कहा कि शतरंज के मोहरे अनुशासन और टीम भावना की सीख देते हैं। युवाओं का शतरंज की ओर झुकाव अच्छी पहल है। इस दौरान बाल अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक कविता स्वामी, छात्रावास अधीक्षक नीलम पंवार, उद्यमी नरपत सेठिया और एड. शैलेश गुप्ता मौजूद रहे।