Friday, May 17, 2024
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उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र की अनुसंधान सलाहकार समिति की वार्षिक बैठक में हुआ नवाचारों पर मंथन

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बीकानेर Abhayindia.com भाकृअनुपराष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र की अनुसंधान सलाहकार समिति की दो दिवसीय बैठक 11-12 अप्रैल का आज प्रो. पी. के. उप्पल, पूर्व सलाहकार, (पशुपालन) पंजाब सरकार की अध्यक्षता में समापन हुआ। बैठक में समिति सदस्य के रूप में डॉ. अमरीश कुमार त्यागी, सहायक महानिदेशक (एएनपी), भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली, डॉ. डी. के. अग्रवाल, पूर्व अध्यक्ष, पशु पोषण, आईवीआरआई, इज्जनगर, प्रो. गिरीश वर्मा, पूर्व निदेशक, केवीएएसएफयू, केरल, आर. जी. सुथार एवं ब्रिजेन्द्र पूनियां, बीकानेर ने भाग लिया तथा डॉ. पी.एच. वटालिया, निदेशक (प्रसार), कामधेनु विश्वविद्यालय, गुजरात, डॉ.जे.आर.राव, पूर्व एमेरिटस साइंटिस्ट, नार्म हैदराबाद एवं डॉ. आर.आर.बी. सिंह, संयुक्त निदेशक (अकादमिक), एनडीआरआई, करनाल भी इस बैठक से ऑनलाईन जुड़े। केन्द्र की ओर से इस बैठक में डॉ. आर्तबन्धु साहू, निदेशक, डॉ. राकेश रंजन, समिति सदस्य सचिव तथा सभी वैज्ञानिकों ने सहभागिता निभाई।

केन्द्र निदेशक डॉ. आर्तबन्धु साहू ने एनआरसीसी द्वारा प्राप्त अनुसंधान उपलब्धियों एवं चल रही गतिविधियों के संबंध में समिति को अवगत करवाया। डॉ. साहू ने अनुसंधान के क्षेत्र में केन्द्र द्वारा किए गए नवाचारों को सदन के समक्ष रखा तथा गतिशील अनुसंधानों के और अधिक बेहतर कार्यान्वयन, सही दिशा व अपेक्षित परिणाम के लिए समिति से उचित मार्गदर्शन की अपेक्षा जताई।

समिति अध्यक्ष प्रो. पी.के. उप्पल ने ऊँट प्रजाति को प्रदेश की धरोहर बताते हुए एनआरसीसी द्वारा ऊँट पालकों के समाजार्थिक विकास के लिए किए जा रहे अनुसंधान कार्यों एवं व्यावहारिक प्रयासों की सराहना की। प्रो. उप्पल ने अनुसंधान की उपयोगिता को उपभोक्ता से जोड़ने के लिए वैज्ञानिकों को प्रेरित किया। अध्यक्ष ने केन्द्र द्वारा हाल ही में ऊँटनी के दूध से विकसित ‘कामिल्क‘ बाजरा बिस्किट एवं किण्वित दूध (फरमन्टेड मिल्क) उत्पाद के लिए केन्द्र निदेशक डॉ. साहू को बधाई संप्रेषित कीं।

सभी वैज्ञानिकों ने परियोजनाओं में पूर्ण किए गए कार्यों एवं भविष्य में होने वाले अनुसंधान परीक्षणों का ब्यौरा प्रस्तुत किया जिन्हें समिति सदस्यों द्वारा सराहा गया तथा परियोजनाओं के बेहतर कार्यान्वयन तथा उद्देश्‍य पूर्ण लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु अपने सुझाव प्रस्तुत किए। डॉ. राकेश रंजन, सदस्य सचिव द्वारा अनुसंधान सलाहकार समिति की गत बैठक के कार्यवृत्त में लिए गए निर्णयों एवं कार्रवाई संबंधी प्रतिवेदन प्रस्तुत की गई।

अनुसंधान सलाहकार समिति की इस बैठक के अवसर पर केन्द्र के तीन प्रकाशनों– (1) ऊँटनी का दूध: विषेषताएं, उपयोगिता, भ्रांतियां और सच्चाई (2) ऊँटों में सजावटी ऊन कल्पन का महत्व (3) टैक्नोलॉजिज् डवलप्ड बाई आईसीएआरनेशनल रिसर्च सेन्टर ऑन कैमल का विमोचन समिति अध्यक्ष प्रो. पी.के. उप्पल के कर कमलों द्वारा किया गया। इस अवसर पर समिति गणों को केन्द्र के उष्ट्र डेयरी, त्रिस्तरीय वनचरागाह क्षेत्र, कृषि वानिकी इकाई आदि का अवलोकन करवाया गया तथा प्रो. उप्पल एवं समिति सदस्यों द्वारा केन्द्र में चल रहे हॉर्टीपाश्‍चर विकास कार्यक्रम के अंतर्गत ‘थार शोभा‘ (खेजड़ी) के पौधे लगाए गए।

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