नई दिल्ली/जयपुर Abhayindia.com राजस्थान में सत्तासीन कांग्रेस पार्टी में चल रहे सियासी घमासान के बीच प्रमुख विपक्षी दल भाजपा में भी खींचतान तेज हो रही है। इसकी सबसे अहम वजह “बैनर वॉर” माना जा रहा है। ताजा मामला कल रात दिल्ली में राजस्थान के भाजपा सांसदों की बैठक के बाद सामने आया है। इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे मंच पर तो मौजूद थीं, लेकिन बैठक के बैनर से उनका फोटो नदारद था। बैनर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के ही फोटो थे। बैठक में बैनर पर वसुंधरा राजे का फोटो गायब होने को लेकर सियासी हलकों में चर्चाएं तेज हो गई हैं। आपको बता दें कि प्रदेश भाजपा कार्यालय के बाहर पुराने बैनर की जगह यही नया बैनर लगाया गया था, तब भी विवाद हुआ था। तब वसुंधरा के समर्थक नेताओं ने कहा था कि राजे को साइडलाइन करके भाजपा राजस्थान में सत्ता में नहीं आ सकती। इधर, बताया जा रहा है कि भाजपा ने पूरे देश में पार्टी की बैठकों और कार्यक्रमों में बैनर पोस्टर के डिजाइन को लेकर मानक तय किए हैं। उस के हिसाब से केवल चार नेताओं की तस्वीर ही मुख्य होर्डिंग या बैनर में लगेंगी। बैनर-पोस्टर पर अब प्रधानमंत्री, राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रदेशाध्यक्ष और विधायक दल के नेता की ही फोटो लगेगी। हालांकि, भाजपा ने भले ही ऐसे मानक तय कर दिए हों, लेकिन वसुंधरा राजे समर्थक इसे मानने को तैयार नहीं हैं। राजनीति के जानकारों की माने तो भाजपा आलाकमान अपने हिसाब से प्रदेशों में नई लीडरशिप पनपाना चाहता है, इसलिए बैनर होर्डिंग तक से पुराने स्थापित चेहरों को जगह नहीं दी जा रही है।
टोक्यो ओलंपिक में भारत की अदिति गोल्ड से बस कदम ही दूर, अब मौसम के मिजाज पर…
खेल डेस्क। टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) में भारत की गोल्फर अदिति अशोक गोल्ड मेडल के करीब पहुंच कर इतिहास रचने की ओर कदम बढ़ा रही हैं। अदिति ने आज लगातार तीसरे दिन बेहतरीन प्रदर्शन जारी रखा है। अदिति के पास गोल्ड जीतने का मौका है, लेकिन ये शनिवार के मौसम पर निर्भर करेगा कि मुकाबला शुरू हो पाता है या नहीं। यह सिर्फ चौथा मौका है जब ओलंपिक में गोल्फ खेला जा रहा है। अगर अदिति मेडल जीत जाती हैं तो गोल्फ में भारत का पहला पदक होगा। अदिति का यह दूसरा ओलंपिक है। वह रियो (2016) में 41वें स्थान पर थी। आपको बता दें कि भारत अब तक एथलेटिक्स, कुश्ती, टेनिस, वेटलिफ्टिंग, निशानेबाजी, कुश्ती, मुक्केबाजी और बैडमिंटन में ही पदक जीत पाया है।
आपको यह भी बता दें कि टोक्यो ओलंपिक में भारत ने अब तक कुल 5 पदक जीते हैं। इसमें तीन ब्रॉन्ज और दो सिल्वर मेडल है। अदिति, पहलवान बजरंग पूनिया और नीरज चोपड़ा से भारत को गोल्ड मेडल की उम्मीद है। भारत के लिए पहला रजत पदक वेटलिफ्टर मीराबाई चानू जीता था। इसके बाद पीवी सिंधु और लवलीना बोरगोहेन ने बैडमिंटन और मुक्केबाजी में एक-एक कांस्य पदक जीता। इसके बाद पुरुष हॉकी टीम ने भारत को टोक्यो गेम्स का चौथा पदक दिलाया। वहीं, पहलवान रवि दहिया ने गुरुवार को भारत को दूसरा सिल्वर मेडल दिलाया है।
बीकानेर में जमीन खरीद-फरोख्त के रॉबर्ट वाड्रा से जुड़े मामले की सुनवाई अब 12…
जोधपुर Abhayindia.com राजस्थान हाईकोर्ट में रॉबर्ट वाड्रा से जुड़े मामले की सुनवाई 12 अगस्त तक टल गई। समय अभाव के कारण इस मामले पर सुनवाई नहीं हो पाई। अब अगली सुनवाई 12 अगस्त को होगी। बुधवार को ईडी की ओर से बहस शुरु हुई थी। अब 12 को मामले में आगे बहस होगी। हालांकि, वाड्रा के वकील ने बहस पूरी कर ली थी। आपको बता दें कि बीकानेर जिले में जमीन की खरीद-फरोख्त में हुए घोटाले को लेकर ईडी ने राबर्ट वाड्रा को गिरफ्तार कर पूछताछ करने की हाईकोर्ट से एक प्रार्थना-पत्र के जरिए अनुमति मांग रखी है। वाड्रा से जुड़े मामले में सुनवाई लंबे अरसे से टलती आ रही थी। इस मामले में बीते सप्ताह लगातार तीन दिन सुनवाई चली।
इस मामले में रॉबर्ट वाड्रा से जुड़ी कम्पनी स्काइलाइट हास्पिटिलिटी प्राइवेट लिमिटेड व बिचौलिए महेश नागर की ओर से पेश विविध आपराधिक याचिका 482 पेश की थी जिस पर कोर्ट ने वाड्रा सहित सभी आरोपियों की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी। जिसके बाद ईडी ने याचिका में एक अर्जी पेश कर वाड्रा सहित अन्य आरोपियो को गिरफ्तार कर पूछताछ करने की जरूरत बताई थी। इस अर्जी पर लम्बे समय से सुनवाई लम्बित थी। बीते सप्ताह सोमवार को जस्टिस पुष्पेन्द्रसिंह भाटी की कोर्ट में यह मामला सूचीबद्ध हुआ जिसमे इस अर्जी पर सुनवाई होनी थी। कोर्ट में इन मामले में दोनों पक्षों की सहमति के वाद मैरिट पर सुनवाई शुरू की थी। वाड्रा की ओर से पैरवी कर रहे विरिष्ठ अधिवक्ता केटीएस व कुलदीप माथुर ने इस मामले में मंगलवार को अपनी बहस पूरी कर ली थी। अब इस मामले में ईडी की ओर से एएसजी राजदीपक रस्तौगी बहस कर रहे है। जो आज भी जारी थी।
2007 में वाड्रा ने स्काइलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड के नाम से एक कंपनी की शुरुआत की। रॉबर्ट और उनकी मां मौरीन इस कंपनी के डायरेक्टर बनाए गए। बाद में कंपनी का नाम बदलकर स्काइलाइट हॉस्पिटैलिटी लिमिटेड लायबिलिटी कर दिया गया। रजिस्ट्रेशन के समय बताया गया था कि ये कंपनी रेस्टोरेंट, बार और कैंटीन चलाने जैसे काम करेगी।
राजस्थान में स्कूल खोलने के मसले पर मंत्री डोटासरा ने कहा- केन्द्र की गाइड लाइन…
सीकर/जयपुर Abhayindia.com शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने प्रदेश में स्कूल खोलने को लेकर केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक ही फैसला लेने की बात कही है। मंत्री डोटासरा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नाडी दुर्गापुरा के लोकार्पण समारोह के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि रीट के जरिए 31 हजार तृतीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती होनी है। इसके अलावा 10 हजार नियमित कम्प्यूटर शिक्षकों की विज्ञप्ति भी जल्द जारी होगी। इसके अलावा अन्य श्रेणी के 19 हजार रिक्त पदों को भी भरकर बेरोजगारों का बड़ी सौगात दी जाएगी। प्रदेश में स्कूल खोलने को लेकर डोटासरा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत स्कूल खोलने के मामले में ट्वीट के जरिए पूरी स्थिति स्पष्ट कर चुके है। आगामी दिनों में केंद्र सरकार की ओर से जारी नई गाइडलाइन के हिसाब से ही फैसला लिया जाएगा। डोटासरा ने कहा कि बच्चों की पढ़ाई के साथ सेहत भी जरूरी है। इसलिए किसी तरह की कोई जल्दबाजी नहीं करना चाहती है।
टोक्यो ओलंपिक : रवि दहिया ने दिलाया सिल्वर पदक, 2 बार के वर्ल्ड चैंपियन से…
खेल डेस्क। टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) के कुश्ती के अखाड़े में रवि दहिया 57 किलोग्राम वेट कैटेगरी के फाइनल में रवि 2 बार के वर्ल्ड चैंपियन रूस के जावुर युगुऐव से हार गए हैं। हालांकि, रवि सिल्वर मेडल लेकर ही भारत लौटेंगे। युगुऐव ने उन्हें 3 पॉइंट से मात दी। रवि ने कुश्ती के सेमीफाइनल में कजाकिस्तान के सनायेव नूरीस्लाम को हराकर फाइनल में प्रवेश किया था। रवि को ये जीत विक्ट्री बाय फॉल नियम से मिली थी यानी उन्होंने नूरीस्लाम को मुकाबले से ही बाहर कर दिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रवि दहिया को ट्वीट कर बधाई दी। उन्होंने कहा- रवि की लड़ने की भावना और दृढ़ता शानदार है। सिल्वर मेडल जीतने पर उन्हें बधाई। उनकी इस उपलब्धि पर पूरा भारत गौरवान्वित है।
रवि और युगुऐव दोनों इस वक्त शानदार फॉर्म में हैं। दोनों इससे पहले 2019 वर्ल्ड चैंपियनशिप में भिड़ चुके हैं। तब रूसी रेसलर ने भारतीय पहलवान को कड़े मुकाबले में 6-4 से हराया था। रवि को इस चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल मिला था। रवि ने 2020 और 2021 एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था। वहीं 2018 अंडर-23 चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था।
दूसरी वरीयता प्राप्त युगुऐव 2018 और 2019 वर्ल्ड चैंपियनशिप जीत चुके हैं। वे रूस से आने वाले बेस्ट रेसलर्स हैं। उन्होंने अब तक करियर में 16 इंटरनेशनल कॉम्पिटिशन में 15 मेडल जीते हैं। इसमें से 13 गोल्ड मेडल हैं। हालांकि टोक्यो ओलिंपिक में उन्हें कुछ मुश्किल मैचों का सामना करना पड़ा है। सेमीफाइनल में उन्होंने ईरान के रेजा अत्रिनाघारचिनी को आसानी से हराया था।
रवि ने टोक्यो ओलिंपिक में भारत के लिए चौथा मेडल पक्का कर दिया है। उनके अलावा मीराबाई चानू ने वेटलिफ्टिंग में सिल्वर, पीवी सिंधु ने बैडमिंटन में ब्रॉन्ज और लवलिना बोरगोहेन ने बॉक्सिंग में ब्रॉन्ज मेडल जीता है। यह 2012 लंदन ओलिंपिक के बाद भारत का दूसरा सबसे सफल ओलिंपिक बन गया है।
राजस्थान में मंत्रिमंडल पुनर्गठन को लेकर काउंट डाउन शुरू, अब कभी भी…
जयपुर Abhayindia.com राजस्थान में गहलोत सरकार में मंत्रिमंडल के पुनर्गठन को लेकर काउंट डाउन शुरू हो गया है। माना जा रहा है कि आने वाले कुछ दिनों में ही मंत्रिमंडल में कई नए चेहरे आ सकते हैं वहीं, कई बाहर भी हो सकते है। कांग्रेस हाईकमान भी अब इस मामले को और लंबित नहीं रखना चाहती। बहरहाल, प्रदेश के नेताओं में ही नहीं, बल्कि नौकरशाहों में भी इस बात को लेकर चर्चाएं तेज हो रही है कि मंत्रिमंडल में कौन रहेगा और कौन हटोगा। आपको बता दें कि कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महासचिव के. सी. वेणूगोपाल और प्रदेश के प्रभारी महासचिव अजय माकन पिछले दिनों सीएम अशोक गहलोत और विधायक-मंत्रियों के साथ सचिन पायलट से मंत्रणा कर अपनी रिपोर्ट पार्टी हाईकमान को सौंप चुके हैं। इस बीच, खबर यह भी है कि अब भी दिल्ली में राजस्थान के मसले पर लगातार बैठकों का दौर चल रहा है। इधर, आपको यह भी बता दें कि मंत्रिमंडल पुनर्गठन में जिन मंत्रियों पर तलवार लटकी हुई है उन्होंने अपनी कुर्सी बचाने के लिए जयपुर से दिल्ली तक पूरी ताकत झौंक दी है। हालांकि, कई मंत्री अपने पद के बने रहने को लेकर आश्वस्त भी नजर आ रहे हैं। उनके चहेते भी सोशल मीडिया पर पोस्ट कर मंत्रियों के कामकाज के बखान कर रहे हैं।
टोक्यो ओलंपिक : भारत ने 41 साल बाद जीता हॉकी में पदक
खेल डेस्क। टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) में भारत की पुरुष हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल के लिए जर्मनी की टीम के साथ हुआ मुकाबला 5-4 से जीतकर इतिहास रच दिया। भारत ने 41 साल बाद हॉकी में मेडल जीता है। जर्मनी ने मैच के पहले मिनट में गोल कर टीम इंडिया पर 1-0 से बढ़त बना ली। जर्मनी की ओर से यह गोल उरुज ने किया। हालांकि टीम इंडिया को मैच के 5वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन रुपिंदर पाल सिंह गोल करने में नाकाम रहे। पहले क्वार्टर में जर्मनी में भारत पर हावी रहा। वहीं, दूसरे क्वार्टर की शुरुआत में भारत की सिमरनजीत ने गोल करके स्कोर को 1-1 से बराबर कर दिया।
दूसरे क्वार्टर की शुरुआत में जर्मनी से स्कोर की बराबरी करने वाले भारत के लिए 24वें और 25वें मिनट बेहद निराशाजनक साबित हुए। जर्मनी ने बढ़त बनाते हुए स्कोर 3-1 कर दिया। 26वें मिनट में भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला, हरमनप्रीत सिंह की ड्रैग फ्लिक को जर्मनी के गोलकीपर ने रोका, लेकिन हार्दिक सिंह ने फिर रिबाउंड पर गोल दाग दिया। इसके बाद टीम को 28वें मिनट पर फिर से पेनल्टी कॉर्नर मिला और इस बार हरमनप्रीत सिंह की ड्रैग फ्लिक ने भारत को 3-3 से बराबरी पर ला दिया। इसके बाद भारत ने तीसरे क्वार्टर में दो गोल दागे। भारत ने चौथा गोल 31वें मिनट में किया। रुपिंदर पाल सिंह ने पेनल्टी स्ट्रोक को गोल में बदला। इसके बाद 34वें मिनट में सिमरनजीत सिंह ने मैदानी गोल किया। इस गोल के साथ भारत ने जर्मनी पर 2 गोल की बढ़त बना ली। जर्मनी ने चौथे क्वार्टर में शानदार शुरुआत की। जर्मनी ने 48वें मिनट में चौथा गोल दागा। इस गोल के साथ भारत की बढ़त को कम कर दिया। जर्मनी ने यह गोल पेनल्टी कॉर्नर के जरिए किया। जर्मनी ने चौथे क्वार्टर में अपने गोलकीपर को हटा दिया और पूरी टीम गोल करने में जुटी रही। हालांकि भारत ने उसे गोल करने का मौका नहीं दिया और भारत ने यह मुकाबला 5-4 से जीत लिया।
राजस्थान : तीसरी लहर को लेकर केन्द्र ने भेजा अलर्ट, त्यौहारों पर कंट्रोल करनी होगी भीड़
जयपुर Abhayindia.com प्रदेश में भले ही कोरोना की दूसरी लहर दम तोड़ रही है, लेकिन तीसरी लहर की आहट सता भी रही है। इस बीच, खबर यह है कि केन्द्रीय स्वास्थ्य एजेंसियों और हेल्थ सेक्टर से जुड़े विशेषज्ञों ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई है। केन्द्र सरकार ने राज्यों को अलर्ट भेजा है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने राजस्थान के मुख्य सचिव निरंजन आर्य को एक पत्र लिखकर कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए दिशा-निर्देश दिए हैं। पत्र में स्वास्थ्य मंत्रालय ने अगस्त और सितंबर में आने वाले त्यौहारों पर भीड़ को कंट्रोल करने के निर्देश दिए हैं। पत्र में यह भी कहा गया है कि अगर इन त्यौहारों पर सामूहिक भीड़ जुटी तो यह कोरोना की तीसरी लहर के लिए सुपर स्प्रेडर साबित हो सकते हैं।
पत्र में बताया कि पिछले दिनों इंडियन काउंसिल ऑफ मेडीकल रिसर्च और नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ने चेतावनी जारी की है कि कोरोना की तीसरी लहर अगस्त-सितम्बर में आ सकती है। कोरोना की दूसरी लहर में जिस तरह केस बढ़े और उन्हें अब कंट्रोल किया गया है, यह आगे भी जारी रहे। भले ही डेली नए केसों की संख्या यह बता रही हो कि देश में कोरोना कम हो रहा है, लेकिन फिर भी कुछ राज्यों में बढ़ती नई केसों की संख्या और संक्रमण की दर बढ़ रही है। ऐसे में सभी सावधानियां और कोविड एप्रोपिएट बिहेवियर का पालन करते हुए तीसरी लहर को कंट्रोल करना है। पत्र के अनुसार, इस माह 19 अगस्त को मोहर्रम, 21 अगस्त को ओणम, 30 अगस्त को जन्माष्टमी, 10 सितंबर को गणेश चतुर्थी और 5 से 15 अक्टूबर तक नवरात्री है। केन्द्रीय सचिव ने राज्य सरकार को कोरोना की टेस्टिंग बढ़ाने और नए संक्रमित मिलने पर उसकी कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग अच्छे से करने के निर्देश दिए हैं। ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेट करने के लिए कहा है।