जयपुर Abhayindia.com राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज बीजेपी और आरएसएस पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा है कि आरएसएस और बीजेपी ने तय कर रखा है कि हमें इस देश को किस प्रकार बांटना है हिंदू–मुस्लिम के, धर्मों के बीच में, जाति के बीच में, ये उनके एजेंडा का पार्ट है और ये अभी तो शुरुआत है। ये, आने वाले समय में और बड़े अटैक करेंगे, मुख्यमंत्री पर करेंगे, सरकार पर करेंगे, इनकी योजना बनाई है।
मुख्यमंत्री गहलोत ने यह बात प्रेसवार्ता के दौरान कही। उन्होंने पत्रकारों के एक सवाल जिसमें कहा गया कि सतीश पूनिया ने कहा है कि अगर उनकी सरकार बनती है तो लाउड स्पीकर्स को उतार दिया जाएगा? इस पर सीएम गहलोत ने कहा– देखिए, मुझे नहीं मालूम कि क्या कहा उन्होंने, पर जो कुछ कहा या कहा जा रहा है, सुना जा रहा है, ये कोई नई बात नहीं है, पूरे देश के अंदर जो तनाव है, हिंसा का माहौल है, धज्जियां उड़ रही हैं संविधान की, कानून की, उसका ही एक पार्ट है, उनका बोलना एक पार्ट है। आरएसएस और बीजेपी ने तय कर रखा है कि हमें इस देश को किस प्रकार बांटना है हिंदू–मुस्लिम के, धर्मों के बीच में, जाति के बीच में, ये उनके एजेंडा का पार्ट है और ये अभी तो शुरुआत है ये, आने वाले समय में और बड़े अटैक करेंगे, मुख्यमंत्री पर करेंगे, सरकार पर करेंगे, इनकी योजना बनाई है, जैसे प्रधानमंत्री जी ने मीटिंग की दिल्ली में मान लीजिए मेंबर ऑफ पार्लियामेंट्स की, तो मैंने सुना है, डॉ. किरोड़ी मीणा के बारे में कहा गया कि बाकी एमपी कुछ नहीं कर रहे हैं, जो किरोड़ी मीणा करता है वो तुम सब करो, मतलब धमाल–पट्टी करो, धमाल–पट्टी होगी, हिंसा होगी, अशांति रहेगी, तो काम रुकता है सरकार का, डिस्टर्ब होता है काम, विकास रुकता है।
सीएम गहलोत ने कहा कि इनका सोच यही है कि हम कैसे विकास को ठप्प करें, योजनाएं लागू नहीं हो पाएं जो हमने घोषणाएं की हैं बजट के अंदर, ये इनका एजेंडा है देखो, आपको–हमको–सबको मीडिया वालों को संभलना पड़ेगा, मुझे मालूम है कि मीडिया पर दबाव है, आपकी मजबूरियां हैं, तब भी आप रास्ता निकालिए देश के हित के अंदर, समाज के हित के अंदर शांति, भाईचारा, सद्भाव, अहिंसा का माहौल रहे, हिंसा का जवाब हिंसा नहीं हो सकता है, पर जो करौली में हुआ, वो एक प्रकार से प्रयोग था उनका। करौली में जो घटना हुई, आप देखेंगे कि हमने तो रोक दिया, राजस्थानभर में रामनवमी पर सब धर्मों ने मिलकर के जुलूस निकाले, परंतु, करौली में जो उनका प्रयोग हुआ जिस रूप में, वो ही प्रयोग रामनवमी पर 7 राज्यों में हुआ है, वहां दंगे भड़के, फिर बुलडोजर आ गए चलाने के लिए, जब दंगा होता है कहीं पर, जब पकड़ते हो पहली बार तो उसमें जो अभियुक्त बनता है या गलती करता है, वो भी होता है और निर्दोष भी फंस जाते हैं उसमें उस वक्त में, जो सड़क पर चलता हुआ भी है, यही करौली में हुआ होगा, तो वो कहने लगे कि करौली में जो घटना हुई है, वो निर्दोष फंस गए हैं, तो मैंने उनको कहा कि भई हो सकता है कि निर्दोष होंगे तो छोड़ देंगे उनको, परंतु निर्दोषों पर आप बुलडोजर कैसे चला रहे हो?
गहलोत ने कहा कि मध्यप्रदेश में, यूपी में जो पकड़े गए हैं, सबके घर तोड़ दिए गए, तो ये जो इनका एजेंडा बहुत खतरनाक है, समझने की कोशिश करें प्रदेशवासी, अगर नहीं समझेगी युवा पीढ़ी, तो आने वाले वक्त में इस देश का भविष्य जो है युवा पीढ़ी पर निर्भर करता है, अभी तो धर्म के नाम पर, जाति के नाम पर भड़काना बहुत आसान काम है, जैसे आग लगाना आसान होता है, आग लग जाती है तो बुझाने में बहुत तकलीफ आती है, वो ही सिद्धांत लागू यहां होता है, एक आदमी की कमजोरी होती है जाति और धर्म कमजोरी भी होती है और आस्था भी होती है, उसको अगर आप बदल दो तनाव के अंदर माहौल के अंदर, कौनसा धर्म सिखाता है, गांधी जी ने नहीं कहा है कि अपना धर्म जो है उस पर गर्व करो, मैं हिंदू हूं मुझे गर्व है, गांधी जी ने ये कहा था, हम सब यही बात कहते हैं, हम सब हिंदू नहीं हैं क्या? हम हिंदू हैं, हमें गर्व है हिंदू धर्म पर, परंतु दूसरे धर्मों का सम्मान करो, ये भावना अगर सबमें आ जाए तो झगड़े मिट जाएं, इनको तो राज जो आया है वो धर्म के नाम पर आया है, ध्रुवीकरण के नाम पर आया है, ये इसको और बढ़ाएंगे।