बीकानेर abhayindia.com आयुक्तालय, कॉलेज शिक्षा, राजस्थान, जयपुर के निर्देशानुसार प्रतियोगिता दक्षता कक्षाओं के कार्यक्रम के तहत निजी महाविद्यालयों में भी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए निःशुल्क कक्षाओं के लिए उद्घाटन कार्यक्रम बिनानी कन्या महाविद्यालय में आयोजित किया गया।
उद्घाटन कार्यक्रम के इस अवसर पर सहकारी समिति में कार्यरत्त अंकेक्षण अधिकारी भरत थानवी, महाविद्यालय प्र्रबंध समिति सचिव गौरीशंकर व्यास, प्राचार्या डॉ. चित्रा पंचारिया, प्रतियोगी दक्षता कार्यक्रम समन्वयक रामकुमार व्यास एवं महाविद्यालय की पूर्व छात्रा सुश्री ऋचा किराडू समेत सभी प्रवक्ता एवं छात्राऐं मौजूद थी। कार्यक्रम की विधिवत शुरूआत विद्या की देवी माँ शारदे के छाया चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित व पुष्प सुमन अर्पित करके की।
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महाविद्यालय कम्प्यूटर विभागाध्यक्ष एवं कार्यक्रम समन्वयक रामकुमार व्यास ने उद्घाटन सत्र में छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमने इन कक्षाओं के सफल संचालन के लिए एक रोड मैप तैयार कर लिया है, हमारा प्रयास रहेगा कि हम इन कक्षाओं में विषय के दक्ष व्याख्याताओं के व्याख्यान आयोजित करवाये तथा समय-समय पर टैस्ट सीरिज का भी आयोजन करवाये तथा छात्राओं को यू-ट्यूब चैनल के माध्यम से कई व्याख्यान भी ऑडियो-विजूवल लैब में दिखाये व आरपीएससी एवं यूपीएससी के द्वारा जारी कलैण्डर की नियमित जानकारी प्रदान करते रहे।
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अंकेक्षण अधिकारी थानवी ने छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में सफलता के लिए नियमित अध्ययन, अध्ययन का दोहरान तथा अधिकाधिक स्व-मूल्यांकन करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि प्रतियोगी छात्रा को अपना ध्यान अपने लक्ष्य पर ही केन्द्रित रखना चाहिए तथा जब तक सफलता प्राप्त न हो उसे कठोर मेहनत करनी चाहिए यदि ऐसा करने में कोई विद्यार्थी सफल रहता है तो ऐसी कोई ताकत नहीं जो उसकी सफलता के मार्ग में बाधक बन सके।
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महाविद्यालय की पूर्व छात्रा ऋचा किराडू ने सिविल सर्विसेज की अपनी तैयारी के अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि आजकल चाहे परीक्षा स्टेट की हो या सेन्टर की उसमें भूगोल, अर्थशास्त्र, राज व्यवस्था एवं इतिहास के उन्हीं प्रश्नों पर फोकस करने की जरूरत है जिसकी प्रासंगिकता वर्तमान में चल रहे किसी न किसी मुद्दे से हो।
महाविद्यालय प्रबंध समिति सचिव गौरीशंकर व्यास ने कहा कि सरकार का यह कदम स्वागत योग्य है क्योंकि आर्थिक विवशता के कारण यदि कोई विद्यार्थी परीक्षा की तैयारी करने से वंचित रहता है तो यह हमारे समाज में चिंता का विषय है। व्यास ने कहा कि बिनानी कन्या महाविद्यालय समय-समय पर कम्प्यूटर, स्पोकन इंग्लिश, गणित, तर्कशक्ति व सामान्य ज्ञान की निःशुल्क कक्षाऐं पूर्व में भी लगा चुका है। उसी का परिणाम है कि महाविद्यालय में अध्ययन कर चुकी कई छात्राएं सरकारी महकमों में उच्च पदों पर आसीन है। इस बार भी हमारा प्रयास रहेगा कि अधिकाधिक छात्राओं को इन कक्षाओं का लाभ मिलें।
महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. चित्रा पंचारिया ने इस अवसर पर आए हुए आगन्तुकों का आभार ज्ञापित करते हुए कहा कि आप जिस क्षेत्र में भी अपने कैरियर का निर्माण करना चाहते है तो उसकी आवश्यकता योग्यता पूर्व में हासिल कर लें ताकि उसके बाद पूर्ण मनोयोग से उस कैरियर पर निर्माण की तैयारी में लग जाए। कार्यक्रम का विषय प्रवर्तन हिन्दी विभाग के प्रवक्ता डॉ. घनश्याम व्यास ने किया।