








बीकानेर abhayindia.com कोरोना वायरस की मार रेलवे भी इससे अछूता नहीं है। इससे घबराये लोग ट्रेनों में सफर करने से भी घबरा रहे है। कोरोना के चलते यात्री भार में आई कमी से बीकानेर मंडल रेलवे को भी बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है। मंगलवार को भी बीकानेर जंक्शन से गुजरने वाली ट्रेनों में आम दिनों के मुकाबले कम यात्री नजर आए। कोरोना संक्रमण के चलते रेलवे को 30 फीसदी का नुकसान की आशंका जताई गई है।
आमतौर पर लंबी दूरी की ट्रेनों में वातानुकूलित श्रेणी में आरक्षण आसानी से नहीं मिलता, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते इन दिनों यात्री एसी कोचों में सफर करने से बच रहे हैं। पिछले सप्ताहभर के आंकड़ों पर नजर डाले तो बीकानेर में हजारों की तादाद मे लोगों ने अपने आरक्षण रद्द कराना शुरू कर दिए है। पिछले पखवाड़े तक जहाँ बीकानेर रेलवे जंक्शन के प्लेट फार्म एवं टिकट विंडों पर यात्रियों की भीड़ लगी रहती है,यात्री भार को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने कई ट्रेनों में कोच बढाने पड़ गये थे, वहीं पिछले दो दिनों को रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म, टिकट विंडो एवं पोर्च में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ था,लंबी दूरी की ट्रेनों में भी ज्यादा भीड़ नहीं दिख रही है, कोरोना वायरस के चलते एकाएक यात्री भार में गिरावट आग गई है।
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रेलवे स्टेशन पर जहां अमूमन प्रतिदिन जहां करीब साढ़े तीन हजार टिकटों की बिक्री होती थी वहीं इनकी संख्या घटकर दो से ढ़ाई हजार रह गई है।इससे करीब एक हजार यात्री कम हो गए है। वहीं जहां प्रतिदिन टिकट बिक्री से रेलवे को दो से ढाई लाख की आय हो रही थी वह भी बुरी तरह से प्रभावित हुई है। पिछले दो तीन दिन में रेलवे को लाखों रुपए तक की राजस्व की कमी से जुझना पड़ा रहा है।
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