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बीकानेर Abhayindia.com बीकानेर मास्टर प्लान 2023-43 (प्रारूप) का विमोचन मुख्य नगर नियोजक, राजस्थान मुकेश चंद मित्तल द्वारा गुरुवार को किया गया। यह मास्टर प्लान 90 राजस्व ग्राम/चकों को सम्मिलित कर तैयार किया गया है। मास्टर प्लान आगमी 20 वर्षों के लिये तैयार किया गया है। प्रारूप के प्रकाशन के 30 दिनों में सुझाव व आपत्ति आमंत्रित की जाएगी। इसके बाद प्रारूप को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया होगी।
बीकानेर मास्टर प्लान 2043 (प्रारूप) के विमोचन कार्यक्रम में विधायक श्रीडूंगरगढ़ ताराचन्द सारस्वत, विधायक खाजूवाला डॉ. विश्वनाथ मेघवाल, विधायक बीकानेर (पश्चिम) जेठानन्द व्यास, जिला कलेक्टर, बीकानेर नम्रता वृष्णि, सचिव नगर विकास न्यास बीकानेर, अपर्णा गुप्ता, वरिष्ठ नगर नियोजक, बीकानेर जोन बीकानेर, राकेश मातवा, डीटीपी रामस्वरूप चौधरी मौजूद रहे।
बीकानेर मास्टर प्लान 2043 (प्रारूप)
बीकानेर शहर की बढ़ती जनसंख्या की आवश्यकताओं एवं वर्तमान में उपलब्ध सुविधाओं की कमी का आंकलन करते हुए भाव विकास को सुनियोजित एवं ढंग से किया जाना अत्यंत महत्वपूर्ण है। वर्तमान मास्टर प्लान की समयाकी वर्ष 2023 में समाप्ति से इस शहर के भावी योजनाबद्ध विकास के क्रम को निरन्तर आगे बढ़ाने, इसके सुन्दर स्वरूप एकीकृत एवं नियमित विकास व नागरिकों को बेहतर आवासीय कारण प्रदान करने के लिए नया मास्टर प्लान तैयार करने की आवश्यकता महसूस की गई। इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने राजस्थान नगर सुधार अधिनियम वर्ष 1999 की धारा 3 की उप-धारा (1) के तहत नवीन मास्टर प्लान तैयार करने का निर्णय लिया गया।
बीकानेर शहर के लिए अब तक दो मास्टर प्लान तैयार किये गये है। प्रथम मास्टर प्लान वर्ष 1971 को अधार मानते हुए क्षितिज वर्ष 1906 के लिए तैयार किया गया था उक्त मास्टर प्लान की समयावधि को वर्ष 2001 तक बढ़ाया गया था। वर्ष 2001 को आधार मानते हुए बिल वर्ष 2003 के लिए द्वितीय मास्टर प्लान तैयार किया गया। मास्टर प्लान-2023 में प्रस्तावित अनि पूर्ण हो चुकी थी इसलिए भविष्य में होने वाले विकास और शहर की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए तथा बीकानेर शहर एवं उसके समीपवर्ती ग्रामों का योजनाबद्ध विकास करने हेतु नवीन मास्टर प्लान तैयार करने का निर्णय राज्य सरकार द्वारा लिया गया। नवीन मास्टर प्लान का वर्ष 2043 निर्धारित किया गया है।
बीकानेर मास्टर प्लान वर्ष 2001-20023 में वर्ष 2023 की जनसंख्या 11,50,000 प्रस्तावित की गई थी। बीकानेर मास्टर प्लान को वर्ष 2001 में तैयार किया गया जिस वजह से वर्ष 2011 में बीकानेर की जनसंख्या 782 लाख होने का अनुमान लगाया गया किन्तु वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार बीकानेर की जनसंख्या 44406 थी। बीकानेर मास्टर प्लान-2023 के भू-उपयोग योजना में नगरीयकरण योग्य क्षेत्र 15605 टैक्टेयर प्रस्तावित किया गया था।
भौतिक सर्वेक्षण
बीकानेर मास्टर प्लान तैयार करने के लिए शहर का भौतिक सर्वेक्षण किया गया जिससे बीकानेर की वर्तमान स्थिति का पता लगाया जा सके एवं क्षितिज वर्ष के लिए अनुमानित जनसंख्या की आवश्यकताओं का आंकलन किया जा सके। विकास की संभावनाओं को दृष्टिगत रखते हर बीकानेर को औद्योगिक, शैक्षणिक, वाणिज्यिक, समाजिक, पर्यटन गतिविधियों के केन्द्र के रूप में विकसित कि जाने की नीति अपनाई गई है। बीकानेर के सुनियोजित विकास हेतु इसकी वर्तमान परिस्थिति जैसे कि शहर के विकास की दिशा वृद्धिदर आर्थिक संरचना तथा विकास का खान आदि को ध्यान में रखते हुए नवीन मास्टर प्लान 2043 में विभिन्न भू-उपयोग को प्रस्तावित किया गया है, जिससे की भावी अनुमानित जनसंख्या की जरूरतों को पूरा किया जा सके। मास्टर प्लान बीकानेर के व्यापक विकास हेतु मार्गदर्शक के रूप में कार्य करेगा।
बीकानेर के नगरीय क्षेत्र के अंतर्गत 90 राजस्व ग्रामों/चको को सम्मिलित किया गया है जिनका कुल क्षेत्रफल अर्थात् अधिसूचित नगरीय क्षेत्र का क्षेत्रफल लगभग 107,340 हैक्टेयर व आधार वर्ष 2023 की अनुमानित जनसंख्या तथा 2043 में जनसंख्या 196.32.100 होने का अनुमान लगाया गया है। मास्टर प्लान-2023 में नगर का प्रस्तावित व्यक्तिप्रति एक व्यक्तिप्रति हेक्टे होने का अनुमान किया गया। मास्टर प्लान-2043 में भविष्य में विकास हेतु अनुमान लगाया गया है की 2043 तक 16,32,100 जनसंख्या के लिए लगभग 400300 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता होगी। नगर का प्रतिघनत्व लगभग व्यक्ति प्रति हेक्टेयर होने का अनुमान है। इस बढ़ी हुई जनसंख्या एवं शहर के भावी विकास को दृष्टिगत रखते हुए विभिन्न प्रयोजनार्थ भूमि की आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु विस्तृत योजना तैयार की गयी है।
प्रस्तावित योजना क्षेत्र
मास्टर प्लान-2043 में पूर्व योजना क्षेत्रों को यथावत रखते हुए इन भेजना क्षेत्र की वृद्धि की दिशा में विस्तार किया गया है तथा इन्हें योजना क्षेत्र में बांटा गया है। क्षेत्रों का विभाजन तक सीमा (रोड़, रेलवे लाइन आदि) वर्तमान विकास प्रवृत्ति तथा व्यावसायिक गतिविधियों के आधार पर किया गया है। उच्च मार्ग विनियंत्रण योजना क्षेत्र व परिधि नियंत्रण क्षेत्र को छोड़कर प्रत्येक योजना परिक्षेत्र में आवास, वाणिज्यिक, आमोद-प्रमोद, सार्वजनिक व अर्थ-सार्वजनिक सुविधाएं आदि का समुचित प्रावधान रखने का प्रयास किया गया है जिससे प्रत्येक योजना क्षेत्र आत्मनिर्भर होगा। मास्टर प्लान का आधार वर्ष एवं सति वर्ष 2043 रखा गया है भविष्य में विकास हेतु अनुमान लगाया गया है की वर्ष 2043 तक 16,32,100 जनसंख्या के लिए कुल 40300 हेक्टेयर भूमि विकास योग्य आवश्यकता होगी।
भू-उपयोग योजना
बीकानेर के विकास, बढ़ती जनसंख्या एवं उनसे उत्पन्न होने वाली समस्याओं के समाधान शहर के योजनाबद्ध विकास तथा पूर्व मास्टर प्लान का पुनरावलोकन कर बीकानेर शहर के लिए नवीन भू-उपयोग योजना तैयार की गयी भू-उपयोग बेजना की रचना बीकानेर शहर की वर्तमान विशेषताएँ, समाजिक, आर्थिक एवं औद्योगिक संरचना, भौगोलिक स्थिति यातायात व्यवस्था विकास की प्रवृत्ति तथा भूमि की उपलब्धता को ध्यान में रखकर बनाई गई हैं। क्षितिज वर्ष-2343 की भू-उपयोग योजना तैयार करने हेतु वर्ष 2043 तक बीकानेर की जनसंख्या में होने वाली वृद्धि तथा उनकी आवश्यकताओं हेतु आवश्यक भूमि का आंकलन किया गया है।
बीकानेर मास्टर प्लान 2043 में चारदीवारी क्षेत्र की सीमा में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है अर्थात् चरदीवारी योजना क्षेत्र को प्रस्तावित मास्टर प्लान में ही रखा गया है। मास्टर प्लान-2043 में पूर्व योजना क्षेत्रों को यथावत रखते हुए इन जना क्षेत्र की वृद्धि की दशा में विस्तार किया गया। मास्टर प्लान 2043 की सीमा उत्तर-पूर्व में जयपुर रोड़ तथा सूरतगढ़ रेलवे लाइन के मध्य उत्तर में खारा व पूर्व में पेमासर व उसके समीपवर्ती क्षेत्र तक, दक्षिण-पूर्व दिशा में हिमतासर, रामसर के कुछ भाग तक जोड़ बीड जयपुर रोड तक रक्षण-पश्चिम में जैसलमेर रोड़ तथा दिल्ली रेलवे लाइन के बीच उदरामसर व उसके समीपवर्ती क्षेत्र उत्तर-पश्चिम में सूरतगढ़ रेलवे लाइन एवं जैसलमेर रोड के जैसलमेर बाईपास तक प्रस्थापित है। शहर के चारों और 40 मीटर की रिंग रोड प्रस्तावित की गई है जो कि जयपुर रोड, श्रीगंगानगर रोड, जैसलमेर रोड व नोखा रोड को जोड़ती है।
श्रीगंगानगर-जैसलमेर बाईपास पर औद्योगिक क्षेत्र एवं गोदक व्यापर सार्वजनिक-अर्थ-सार्वजनिक मिश्रित भू-उपयोग व इनके समीपवर्ती क्षेत्र मे आवासीय भू-उपयोग प्रस्तारित है ताकि कार्य-जीवन संतुलन बना रहे जयपुर रोड बीकानेर की प्रमुख सड़क होने से व्यावसायिक गतिविधियां विकसित होने की संभावना है इस कारण इसके दोनो ओर मिति भू-उपयोग प्रति है। जैसलमेर रोड पर दोनों ओर गोबर भूमि होने के कारण भू-उपयोग प्रस्तावित नहीं किया गया है। नाल छोटी नाल बढ़ी के कुछ क्षेत्र में व गोबर के समय क्षेत्र में सार्वजनिक- अर्द्ध-सार्वजनिक आवासीय भू-उपयोग प्रस्तावित है। नोखा रोड़ पर दोनों ओर मिश्रित भू-उपयोग के अतिरिक्त सार्वजनिक-अ-सार्वजनिक व इसके दोनों ओर उदयरामसर को सम्मिलित करते हुए आवासीय भू-उपयोग प्राहै।
वर्तमान में उत्तर पूर्व में श्रीगंगानगर रोड पर खारा औद्योगिक क्षेत्र विकसित है इसलिए इसके समीपवर्ती क्षेत्र में अन्य औद्योगिक भू-उपयोग भण्डारण एवं गोदाम प्रस्तावित किये गये है। श्रीगंगानगर-जैसलमेर बाईपास के सहारे व मेढा रेलवे लाइन तथा नोखा रोड़ के बीच प्रस्तावित बाईपास पर अन्य औद्योगिक भू-उपयोग औद्योगिक क्षेत्रों के बाहर होने से भारी वाहनों की आजादी से होने एवं की समस्या से भी शहर को राहत मिलेगी।
तीन नवीन बस स्टैण्ड एक श्रीगंगानगर बाईपास, दूसरा श्रीगंगानगर रोड व एक नापासर रोड पर प्रस्तावित है। भविष्य में बढ़ती जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए खेल से संबंधित शहरी स्तर की सुविधाएं स्थापित करने के उद्देश्य से शहर में नये स्थल स्टेडियम एवं स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स हेतु चिन्हित किये गये हैं, जिसमें एक उत्तर पूर्वी योजना क्षेत्र पेमासर के उत्तर में एक दक्षिण पूर्वी योजना क्षेत्र जोगी के उत्तर में व एक उत्तरी पश्चिमी योजना क्षेत्र में प्रस्तावित किये गये है जिसमे Indoce Outdore खेलकूद गतिविधियों के अतिरिक्त अन्य तत्संबंधित गतिविधियों यथा ट्रेनिंग सेंटर, अस्थायी आवास सुविधा आदि विकसित किया जाना प्रस्तावित है। मेला एवं प्रदर्शनीयों हेतु जयपुर जोधपुर बाईपास पर प्रस्तावित है।
वर्तमान समय में बीकानेर में बीछवाल में श्रीगंगानगर रोड़ पर बीछवाल फॉरेस्ट जैसलमेर रोड़ आर्मी एयरपोर्ट के समीप जोडवी में वन भूमि स्थित है जिसे सुरक्षित किया जाना आवश्यक है। भविष्य की आवश्यकताओं तथा वर्तमान परिस्थियों के मध्य नजर इस वन भूमि की सम्पूर्ण भूमि को नगर वन / सिटी फॉरेस्ट के रूप में विकसित किया जाना प्रस्तावित हैं।
मास्टर प्लान 2043 में सार्वजनिक एवं अर्द्ध-सार्वजनिक सुविधा हेतु भूमि चिन्हित की गयी है। सार्वजनिक एवं अर्द्ध-सार्वजनिक सुविधाओं के अंतर्गत शैक्षणिक चिकित्सा, अन्य सामुदायिक सुविधाएँ सामाजिक संस्कृतिक, धार्मिक, ऐतिहासिक स्थल जनोपयोगी सुविधाएँ तथा जलापूर्ति जल-मल निकास व ठोस कचरा प्रबंधन, विद्युत आपूर्ति तथा श्मशान व कब्रिस्तान आदि सुविधाएं सम्मिलित है। पर्यटन सुविधाओं हेतु कुंवरसेन लिफ्ट कैनाल व पम्पिंग स्टेशन में भूमि प्रस्तावित की गई है।
बीकानेर मास्टर प्लान-2043 आगामी 20 वर्षों में होने वाली विभिन्न गतिविधियों हेतु प्रस्तावित किया गया है। मास्टर प्लान तैयार करने मात्र से ही शहर का विकास नहीं होता बल्कि उसके लिए यह सुनिश्चित करना अनिवार्य है कि योजना का क्रियान्वयन उपयुक्त ढंग से किया जाये।
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