








बीकानेर abhayindia.com कोरोना वायरस के संक्रमण से देशवासियों को बचाने के लिए जहां लॉकडाउन में तमाम तरह के कारोबार बंद है वहीं शराब की दुकानें खुली नहीं होने के बावजूद पियक्कड़ जाम छलका रहे हैं। शराब ठेकेदारों के कारिंदे चोरी-छिपे पियक्कड़ों को उनके मनपसंद ब्रांड की सुरा उपलब्ध करा रहे हैं।
यह अलग बात है कि कालाबाजारी में मिलने से दुगने तिगने तक दाम वसूले जा रहे हैं। अच्छे मुनाफे के लालच में अवैध शराब का कारोबार करने वाले भी मैदान में कूद पड़े हैं। और फोन संपर्क के माध्यम से शौकिनों तक शराब पहुंचाई जा रही है। देर रात या तडक़े इस काम को आसानी से अंजाम दिया जा रहा है। शहर में लोगों को रोज शराब सेवन की लत लग चुकी है उनके लिए लॉकडाउन काफी महंगा साबित हो रहा है।
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ऐसे लोग अवैध रूप से शराब बेचने वालों से फोन संपर्क से पहले से ही जुड़े हुए हैं। इसलिए मनमानी कीमत देकर भी शराब खरीद रहे हैं। पुलिस सख्ती के चलते ऐसे लोग सुबह दूध सब्जी खरीदने या दूध खरीदने के ठिकानों पर मुलाकात करते हैं और अपना काम निकाल लेते हैं। जानकारों का कहना है कि इस काम में शराब के ऐसे ठेकेदार भी शामिल हैं जो चोरी छुपे माल सप्लाई के लिए जिन्होंने कमीशन पर कारिंदे रखे हुए हैं।
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सूत्रों का कहना है कि इस तरह मनमानी कीमत देकर शराब का मजा लेने वालों में अधिकांश व्यापारी या उच्च श्रेणी के लोग शामिल है। आबकारी विभाग की ओर से शराब ठेकेदार स्टॉक के सत्यापन की व्यवस्था है लेकिन लॉकडाउन ने पर यह काम फिलहाल बंद है जबकि शराब ठेकेदार की ओर से स्टॉक का कम होना पिछले दिनों में दिखाया जा सकता है।
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