बीकानेर abhayindia.com दीपावली के मौके पर आतिशबाजी की अस्थाई दुकानें लगाने वाले विक्रेताओं के लाइसेंस अभी तक अटके हुए है, हालांकि विक्रेताओं ने तमाम औपचारिकताएं पूरी करने के बाद लाइसेंस के लिये पिछले महीने ही आवेदन जमा कर दिये थे, लेकिन तमाम औपचारिकताओं के बाद पुलिस सत्यापन नहीं होने के कारण जिला प्रशासन की ओर से फिलहाल एक भी अस्थाई विक्रेता को लाईसेंस जारी नहीं किया गया है, जबकि स्थायी विक्रेताओं ने पटाखों की बिक्री भी शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार जिले भर से अस्थाई पटाखा दुकान लगाने के लिए तीन सौ से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं। आवेदन करने की अंतिम तिथि 16 सितम्बर थी। इसके बाद संबंधित थाना क्षेत्र द्वारा रिपोर्ट भेजी जानी थी, लेकिन थानों की शिथिलता के चलते अभी तक भी रिपोर्ट नहीं हो पाई है और लाइसेंस जारी होने की प्रक्रिया फाइलों में ही अटकी पड़ी है।
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आपको बता दें कि जिला मुख्यालय पर एक ही छत के नीचे जिला पटाखा एसोसिएशन की दुकानें पिछले कुछ सालों से लगाई जा रही है। इसके लिये जिला प्रशासन की ओर से स्थान निर्धारित किया जाता रहा है, लेकिन इस बार इस कार्य में भी देरी के चलते पटाखों का बाजार अभी तक नहीं सज पाया है।
थानों में लगाने पड़ते हैं चक्कर : पटाखा दुकान का लाइसेंस हासिल करना दुकानदारों के लिए काफी मुश्किल होता है। पहले उन्हें जिला कार्यालय में आवेदन जमा करना होता है। इसके बाद वहां से आवेदक की संबंधित जानकारी और रिपोर्ट मंगाने के लिए एसपी आफिस को सूची भेजी जाती है। एसपी आफिस से यह सूची संबंधित थानों में दी जाती है और इसके बाद आवेदकों का थानों में चक्कर काटना शुरू हो जाता है।