Sunday, April 20, 2025
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Bikaner Camel Festival-2025 : ऊंटों के हैरतअंगेज करतब देख रोमांचित हुए देसी-विदेशी सैलानी

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बीकानेर Abhayindia.com अंतरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव-2025 के दूसरे दिन रेगिस्तान के जहाज़ ऊंट के करतब देसी विदेशी सैलानियों के आकर्षण का मुख्य केंद्र रहे। शनिवार को हुए कार्यक्रमों की श्रृंखला में एनआरसीसी परिसर में ऊंटों की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इनमें ऊंट नृत्य, ऊंट दौड़, साज सज्जा, फर कटिंग सहित अन्य रोमांचक प्रतियोगिताओं का सैलानियों ने खूब लुत्फ उठाया।

राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केंद्र परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में देसी विदेशी सैलानी पहुंचे। राजस्थानी लोक धुन पर ऊंटों ने ऊंची छलांगे, तो कभी नृत्य कर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। पारंपरिक ऊंट सज्जा फर कटिंग की कलाओं को भी सैलानियों ने खूब सराहा। परिसर में हर तरफ सजे धजे ऊंटों की चमक हर किसी को बरबस ही अपनी और खींच रही थी। यहां पहुंचे लोग ऊंटों की सवारी करने के साथ-साथ सेल्फी लेते भी नजर आए।

जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि और पुलिस अधीक्षक कावेन्द्र सिंह सागर ने ऊंट उत्सव के दूसरे दिन एनआरसीसी में आयोजित कार्यक्रमों का अवलोकन किया। उन्होंने यहां सैलानियों के लिए की गई व्यवस्थाओं की जानकारी ली और विभिन्न अनुसंधान केंद्रो की ओर से लगाए गए स्टॉल्स का भी निरीक्षण किया। वृष्णि ने कहा कि यहां पहुंच रहे सैलानियों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो यह सुनिश्चित किया जाए।

इस दौरान निगम आयुक्त मयंक मनीष, बीकानेर विकास प्राधिकरण की सचिव अपर्णा गुप्ता, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोहन लाल, अतिरिक्त जिला कलेक्टर रमेश देव, उष्ट्र अनुसंधान केंद्र निदेशक समर कुमार घोरुई, पूर्व निदेशक डॉ आरके सांवल, पर्यटन विभाग के उप निदेशक अनिल राठौड़ और जिला पर्यटन अधिकारी पवन शर्मा सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे। राजस्थानी पारंपरिक परिधानों में सजी-धजी जापान की मेगूमी के साथ स्थानीय पर्यटक फोटो खींचते नजर आए।

एनआरसीसी की ओर से ऊंट के दूध से बने विभिन्न उत्पादों की प्रदर्शनी और स्टॉल्स भी सैलानियों के आकर्षण का विशेष केंद्र रही। देसी विदेशी पर्यटक ऊंट के दूध से बनी आइसक्रीम, कॉफी का आनंद लेते नजर आए। कार्यक्रम का संचालन संजय पुरोहित और किशोर सिंह राजपुरोहित ने किया।

इस दौरान आयोजित ऊंट साज सज्जा प्रतियोगिता में लक्ष्मण प्रथम स्थान, इमरान दूसरे, मगाराम तीसरे स्थान पर रहे। ऊंट दौड़ प्रतियोगिता में भागीरथ, अकरम तथा अरमान क्रमशः प्रथम , द्वितीय और तृतीय रहे।

ऊंट फर कटिंग में प्रथम स्थान पर जापान की मेगूमी, श्रावण द्वितीय तथा तृतीय स्थान पर हरिराम रहे। ऊंट नृत्य प्रतियोगिता में धर्मेंद्र प्रथम, शिशुपाल द्वितीय तथा महेन्द्र सिंह तीसरे स्थान पर विजेता रहे।

जूनागढ़ से निकली भव्य शोभायात्रा, 
साकार हुई देश की बहुरंगी संस्कृति

अंतरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव के दूसरे दिन जूनागढ़ के आगे से भव्य शोभा यात्रा (बीकाणा री शान) निकाली गई। पुलिस महानिरीक्षक श्री ओम प्रकाश ने हरी झंडी दिखाकर इसे रवाना किया। शोभायात्रा की शुरुआत में मश्क वादकों ने सुमधुर स्वर लहरियां बिखेरी।

शोभा यात्रा में विंटेज कार आकर्षण का विशेष केंद्र रही। पारंपरिक वेशभूषा में सजे धजे रोबीले, ऊंट, स्कूली बालिकाएं और एनसीसी कैडेट्स साथ रहे। वहीं, घूमर नृत्य करती लोक कलाकारों ने पर्यटकों को थिरकने को मजबूर कर दिया। शोभा यात्रा में गुरुद्वारा ग्रुप, भांगड़ा दल, बधाई नौरता दल, बहरूपिया, सिद्धि धमाल, हरियाणवी रागड़ी, बैल नृत्य के विभिन्न प्रदेशों से आए लोक कलाकारों ने भागीदारी निभाई। शोभा यात्रा में एसबीआई का रथ, ऊंट गाड़े पर बैठे कलाकार, कैमल कार्ट आदि साथ रहे।

शोभा यात्रा विभिन्न मार्गों से होते हुए डॉ. करणी सिंह स्टेडियम पहुंची। पूरे मार्ग में स्थानीय लोगों और देशी विदेशी पर्यटकों ने शोभा यात्रा का स्वागत किया। महानिरीक्षक पुलिस ने कहा कि बीकानेर की संस्कृति और यहां की लोक परम्पराएं देशभर में विशेष पहचान रखती हैं। उन्होंने कहा कि ऊंट उत्सव जैसे मौकों पर दुनिया भर के पर्यटकों को इससे रूबरू होने का मौका मिलता है।

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