







बीकानेर Abhayindia.com शिक्षा में नवाचार सहित कई मुद्दों को लेकर सोमवार को विभिन्न शिक्षक संगठनों के जिलास्तरीय सम्मेलन आयोजित किए गए। इस दौरान शिक्षक सम्मेलन के माध्यम से शिक्षकों ने अपने-अपने विचार साझा किए। राजस्थान शिक्षक संघ (प्रगतिशील) का 60 वा जिला स्तरीय शिक्षक सम्मेलन पेंशनर समाज भवन, कोष कार्यालय के सामने आयोजित किया गया।
दो दिवसीय सम्मेलन के प्रथम दिन जिला मंत्री गोविंद भार्गव ने संगठन का वार्षिक प्रतिवेदन पढ़ा,जिलाध्यक्ष आनंद पारीक ने कहा कि शिक्षकों को अपने कर्तव्य का निर्वहन करना चाहिए ,साथ ही शिक्षा जगत में नवाचारों पर भी अपने विचार रखे। प्रांतीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुभाष आचार्य ने कहा कि ऑनलाइन शिक्षा से सरकारी विद्यालयों के छात्रों के साथ अन्याय हुआ है साथ ही इससे निजी विद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों को भी नुकसान हुआ है, बीते दो साल से कोरोना काल के कारण छात्रों की पढ़ाई बिल्कुल चौपट हो चुकी है, राज्य सरकार को इस संबंध में भी कोई विचार करना चाहिए।
प्रांतीय महामंत्री यतीश वर्मा ने कहा कि सरकार को गुणवत्ता पूर्वक शिक्षा के लिए शिक्षकों से अनावश्यक कार्य लिए जा रहे हैं, आज प्रत्येक शिक्षक को ऑनलाइन काम करते-करते ऑफ लाइन का समय ही नहीं मिलता, वह अपनी कक्षा में भी मोबाइल पर ही काम करता रहता है, ऐसी परिस्थिति में शिक्षा में गुणात्मक सुधार की परिकल्पना करना असंभव है। सरकारी विद्यालयों में संसाधनों का अभाव है, ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्या भी रहती है सरकार को चाहिए कि वह कोरोना को दृष्टिगत रखते हुए छात्रों की वार्षिक परीक्षा भी समय से पूर्व यथा मार्च तक करा लेनी चाहिए। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में मौजूद मकसूद अहमद ने कहा कि आप लोगों की जो भी समस्याएं हैं उसे राज्य सरकार तक पहुंचाई जाएगी। उसका निदान कराने में हर वक्त सहयोग किया जाएगा, अध्यक्षता करते हुए सत्यनारायण पंवार ने कहा की आज राजस्थान में ही नहीं पूरे देश में बीते दो साल सेे शिक्षा के क्षेत्र में एक ग्रहण सा लगा हुआ है, जो आप शिक्षक ही इसे दूर कर सकते हैं। इस दौरान उल्लेखनीय सेवाओं के लिए शिक्षा के जगत की शख्सियतों को सम्मानित किया गया। संचालन आनंद पारीक ने किया।



