








बीकानेर Abhayindia.com बिहार, उत्तर प्रदेश, बंगाल सहित प्रदेशों के प्रवासियों ने बुधवार को बीकानेर में छठ महोत्सव मनाया। इस मौके पर महिलाओं ने खरना(उपवास) रखा।
यह व्रत 36 घंटे तक रहता है, इसमें निर्जल रहकर किया जाता है, महिलाएं गुरुवार को सुबह सूर्य का पूजन करने के बाद उपवास का पारना करेगी। इससे पूर्व बुधवार शाम को व्रतधारी महिलाओं ने व्रत के तीसरे दिन डूबते हुए सूरज को पानी खड़े होकर दूध से अघ्र्य दिया, धूप-दीप से पूजा-अर्चना की। इसके लिए डिफ्रेंस कॉलोनी में एक कत्रिम तालाब बनाया गया।
इसके किनारों को पुष्प मालाओं, लाइटिंग से सजाया गया। पूजा-अर्चना में महिलाओं के साथ पुरुषों ने भी भागीदारी निभाई। महिलाओं ने छठी माई के भजन गाए। फल-मिठाई भेंट स्वरूप रखकर छठ मैया से घर में सुख-समृद्धि मांगी, पति, पुत्र की दीर्घायु के लिए कामना की।
सरस्वती पूजा समिति के के आरपी सिंह ने बताय कि इस बार कोरोना के चलते अलग-अलग कॉलोनियों में पर्व मनाया गया है। घरों में विभिन्न तरह के पकवान बनाए गए। हर वर्ष देवीकुंड सागर में यह पर्व मनाया जाता है।
यह है महत्व…
छठ पूजा महोत्सव मना रही नूतन कुमारी ने अभय इंडिया को बताया कि बिहार निवासी लोग जहां पर प्रवास करते हैं, वो उसी शहर में छठ पूजा महोत्सव अपने परम्परागत रूप से मनाते हैं। उन्होंने बताया कि व्रती महिलाएं पानी में खड़े होकर बांस से बने सूप में ठेकुआ, लड्डू सहित पकवान लेकर और फल व गन्ना लेकर सूर्य का पूजन किया। उन्होंने बताया कि बीकानेर में भी करीब चार हजार लोग है, जो यह पर्व मनाते हैं। इसमें अस्तांचल में जा रहे सूर्य का पूजन होता है। पूजन के लिए दूध, अरवा चावल और गुड से बनी खीर का भोग लगाया जाता है। अब गुरुवार को उगते सूरज को अघ्र्य देकर उपवास खोला जाएगा।
इन्होंने निभाई भागीदारी
छठ पूजा महोत्सव को लेकर सरस्वती पूजा समिति के सचिव आरपी सिंह, सुनील दुबे, उमेश प्रसाद, एके सिंह, सुरेन्द्र सिंह , कामेश्वर सिंह , नूतन कुमारी, सुगंधा, सौरभ सिंह , मालती, मनीष कुमार, नायरा, आरती दुबे, सत्यभामा सहित प्रवासियों ने भागीदारी निभाई। बुधवार को सूर्य पूजन के मौके पर केन्द्रीय विद्यालय नम्बर एक के प्रधानाध्यापक विजय सिंह बाना, शहर भाजपा अध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह सहित गणमान्य लोग छठ महोत्सव में शामिल हुए।





