








मुकेश पूनिया/बीकानेर abhayindia.com आपातकाल पैराल लेकर फरारी के छह माह हत्थे चढे कुख्यात हथियार तस्कर एवं हार्डकोर क्रिमिनल मोहम्मद अमीन से पुलिस अधिकारियों की टीम देर रात तक पूछताछ में जुटी रही,कोटगेट थानें में कड़ी सुरक्षा में हुई पूछताछ के दौरान फरारी से जुड़े कई अहम तथ्यों के बारे में भी जानकारी जुटाई। इसके अलावा फरारी के दौरान उसे किन किन लोगों ने शरण दी उनके बारे में पूछताछ की गई।

पूछताछ करने वाले पुलिस अधिकारियों में एएसपी सिटी पवन मीणा और सीओं सिटी सुभाष शर्मा,एसएचओं कोटगेट धरम पूनिया,एसएचओ नया शहर ईश्वर प्रसाद जांगिड़ भी शामिल रहे। हालांकि आमीन ने अभी ज्यादा कुछ खुलासा नहीं किया है, लेकिन यह बात पुख्ता तौर पर सामने आई है कि वह अपने किसी दुश्मन को निपटाने के लिये फरार हुआ था। इस बीच पुलिस ने सोमवार देर अपरान्ह उसे सशस्त्र पुलिस जाब्ते के बीच न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया है। पुलिस ने उसके साथ गोपाल धोबी को भी रिमांड पर लिया है, जिसके घर कुख्यात आमीन ने शरण ले रखी थी। एएसपी सिटी पवन मीणा ने बताया कि मोहम्मद आमीन और गोपाल के खिलाफ दर्ज आम्र्स एक्ट के मामले की जांच सीआई कोटगेट धरम पूनियां को सौंपी गई है।
जानकारी में रहे कि हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काटने के दौरान 6 महीने पहले पैरोल से फरार हुए हथियार तस्कर आमीन खां को सोमवार को पुलिस ने दबोच लिया। तलाशी में उसके पास से पिस्तौल और कारतूस भी बरामद हुए। पुलिस ने अमीन के एक साथी गोपाल धोबी को भी गिरफ्तार किया है। 40 हजार का इनामी हथियार तस्कर अमीन श्रीगंगानगर जेल में सजा काट रहा था। इसी दौरान उसने अपने 12 साल के बेटे की किडनी का इलाज करवाने के लिए पैरोल मांगी। जिला मजिस्ट्रेट ने अमीन को सात दिन की पैरोल स्वीकृत दी थी। पैरोल अवधि समाप्त होने पर 26 फरवरी को उसे वापस जेल पहुंचना था, लेकिन वह फरार हो गया।

पुलिस ने अमीन के साथ उसकी जमानत देने पर पत्नी मेहरुनिसा और फड़बाजार निवासी देवेन्द्र भाटी के खिलाफ श्रीगंगानगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया। अमीन के खिलाफ कुल 57 मामले दर्ज हैं। अमीन का राजस्थान के अलावा यूपी, एमपी और झारखंड में भी हथियार तस्करी का नेटवर्क रहा है। वहां से हथियार लाकर बीकानेर, जोधपुर, नागौर, जैसलमेर, चूरू, सीकर, जयपुर सहित कई जगह बेचता रहा है।






